गोरखपुर (ब्यूरो)। स्टूडेंट्स को एआई तकनीक की पूरी जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्हें दैनिक जीवन में भी इसका प्रयोग करना सिखाया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इसका पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। अब शैक्षिक सत्र 2024-25 में एआई का पाठ्यक्रम भी कोर्स में जोड़ा जाएगा और स्टूडेंट्स को कौशल निखारा जाएगा। शुरुआती स्टेप में उच्च प्राइमरी स्कूलों से इसकी शुरुआत होगी।

45 हजार उच्च प्राइमरी स्कूलों से होगी शुरुआत

एससीईआरटी निदेशक डॉ। पवन सचान ने बताया, क्लास 6 से 12 तक के स्टूडेंट्स के लिए पाठ्यक्रम तैयार हो रहा है। बेसिक लेवल से इसकी शुरुआत की जाएगी। क्लास 12 तक एडवांस लेवल पर इसकी पढ़ाई कराई जाएगी। शैक्षिक सत्र 2024-25 में क्लास 6 से 8 तक के 45 हजार उच्च प्राइमरी स्कूलों में इसकी पढ़ाई कराई जाएगी।

समय के अनुसार होगा बदलाव और सुधार

डॉ। पवन सचान ने बताया कि एससीईआरटी के पाठ्यक्रम के प्रशिक्षण का अवलोकन होगा। भविष्य में टेक्नोलॉजी बदलने के साथ ही इसके पाठ्यक्रम में भी बदलाव और सुधार की गुंजाइशों को ध्यान में रखा जाएगा। बदलाव और सुधार की प्रक्रिया को अपनाते हुए कोर्स में बदलाव भी किया जा सकेगा।

ऐसा होगा एआई पाठ्यक्रम

कक्षा 6 -

इंटेलिजेंस की अवधारणा

ह्यूमेंस इंटेलिजेंस की अवधारणा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

ह्यमेंस इंटेलिजेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अंतर व समानता

दैनिक जीवन में उपयोग

कक्षा 7 -

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विकास

सीखने का प्रक्रिया

प्रकार व दैनिक जीवन में प्रयोग

कक्षा 8-

डेटा, डेटा सेट और डेटा बेस

डेटा साइंस

डेटा विश्लेषण

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

लाभ

हानियां

सीमाएं

नैतिक मूल्य