गोरखपुर (ब्यूरो)। बोर्ड एग्जाम को लेकर बुधवार की शाम तक एग्जाम सारी तैयारियां पूरी कर ली गई। दो पालियों में हाईस्कूल और इंटर के एग्जाम होंगे। इस बार 206 सेंटर बनाए गए हैं। जहां पर हाईस्कूल के 74942 और इंटर के 62750 समेत कुल एक लाख 37 हजार 692 स्टूडेंट्स बोर्ड एग्जाम देंगे।
ये संभालेंगे एग्जाम की कमान
स्टेटिक मजिस्ट्रेट - 205
केंद्र व्यवस्थापक - 206
वाह्य केंद्र व्यवस्थापक - 206
सेक्टर मजिस्ट्रेट - 35
सुपर जोनल मजिस्ट्रेट - 03
जोनल मजिस्ट्रेट - 19
कक्ष निरीक्षक - 8566
परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राएं
हाईस्कूल
ब्वॉयज - 38149
गल्र्स - 36793
इंटरमीडिएट
ब्वॉयज - 33346
गल्र्स - 29404
कुल स्टूडेंट्स की संख्या - 137692
यहां से होगी सेंटर की लाइव मॉनीटरिंग
-राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज
संकलन केंद्र - राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज
ये भी जानें
-परीक्षा केंद्र पर सीटिंग प्लान का पालन जरूरी
- एग्जाम की अवधि तीन घंटे और 15 मिनट निर्धारित है, जिसमें से पहले 15 मिनट क्वेश्चन पेपर पढऩे के लिए दिए जाएंगे
- दिव्यांग और दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए अतिरिक्त 20 मिनट दिया जाएगा।
- स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड द्वारा जारी प्रवेश पत्र पर दिए गए निर्देशों और प्रश्न पत्र बुकलेट पर दिए निर्देशों को ध्यान से पढ़ लें
- सेंटर पर निर्धारित समय से एक घंटा पहले पहुचें, यानि पहली पाली के पेपर के लिए केंद्र पर सुबह साढे सात बजे और दूसरे पाली के लिए दोपहर एक बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं
- सेंटर पर लागू रहेगी धारा 144
24 घंटे कार्य करेगा कंट्रोल रूम
बोर्ड एग्जाम के लिए परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। जो हाईस्कूल और इंटर एग्जाम समाप्त होने की डेट तक जारी रहेगा। कंट्रोल रूम पूरे एग्जाम के समय तीन पालियों में संचालित होगा।
बोर्ड एग्जाम में आज
फस्र्ट पाली - हाईस्कूल की हिंदी व प्रारंभिक हिंदी
सेकेंड पाली - इंटरमीडिएट सैन्य विज्ञान
(सुबह 8.30 से 1145 बजे तक)
सेकेंड पाली - हाईस्कूल की वाणिच्य
इंटरमीडिएट हिंदी, सामान्य हिंदी
(सुबह 2 से 5:15 बजे तक)
बोर्ड एग्जाम सकुशल संपन्न कराने के लिए बुधवार को सभी तैयारी पूरी कर ली गई। नकलविहीन एग्जाम के लिए हर केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। एग्जाम की आनलाइन निगरानी के लिए राजकीय जुबिली इंटर कालेज में जिला स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां दोनों पालियों में आयोजित परीक्षा पर नजर रखी जाएगी।
- डॉ। अमरकांत सिंह, डीआईओएस