गोरखपुर (ब्यूरो).एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई के मुताबिक, कॉलेज संचालक ने बिना मान्यता कॉलेज चलाते हुए सीट से अधिक एडमिशन लेकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया था। तिवारीपुर पुलिस की रिपोर्ट पर डीएम कृष्णा करुणेश ने आरोपियों की चिन्हित भूमि, भवन, नर्सिंग कॉलेज को कुर्क करने का आदेश दिया था।
बैंक खाते के संचालन पर लगी रोक
इनके अलग-अलग बैंकों में स्थित 15 से अधिक बैंक खातों के संचालन पर भी डीएम ने रोक लगा दी है। बिना मान्यता के नर्सिंग कॉलेज में छात्रों का प्रवेश लेकर जालसाजी करने का आरोपी डॉ। अभिषेक उसकी पत्नी समेत 5 आरोपी इस समय जेल में हैं।
छात्रों ने किया था आंदोलन


पिपराइच के तुर्रा बाजार स्थित राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक डॉ। अभिषेक यादव ने कूटरचित दस्तावेज कर शासन से मान्यता मिलने की जानकारी देकर नर्सिंग कॉलेज में छात्र-छात्राओं का प्रवेश ले लिया था। लगातार छात्रों के आंदोलन और फिर एक छात्र के आत्महत्या की कोशिश के बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की।
8 जनवरी को दर्ज हुआ था केस
शिकायत पर शासन के संयुक्त सचिव अनिल कुमार सिंह ने 8 जनवरी 2022 को कोतवाली थाने में राज नर्सिंग कॉलेज के संचालक पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया था। जालसाजी की जानकारी होने पर ठगी के शिकार छात्रों के स्वजन ने भी तहरीर दी थी।
मेडिकल गिरोह चलाता था डॉ। अभिषेक यादव
कॉलेज पर ताला लगाने के साथ ही अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ पिपराइच थाने में भी मुकदमा दर्ज कराया। कोतवाली थाना पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला कि दुर्गाबाडी निवासी डॉ। अभिषेक यादव उसकी पत्नी डॉ। मनीषा यादव, शाहपुर के बशारतपुर में रहने वाली बहन डॉ। पूनम यादव, अपने साथी शक्तिनगर निवासी डॉ। सी प्रसाद उर्फ चौथी, बस्ती जिले के लालगंज, खोरिया निवासी शोभितानंद यादव, गुलरिहा थानाक्षेत्र के करमहा निवासी श्यामनरायण मौर्य और मोगलहा निवासी विशाल त्रिपाठी के साथ मिलकर 2015 से यह गिरोह चला रहे हैं।
अभी दो दिन और चलेगी कार्रवाई
एसएसपी के आदेश पर कोतवाली थाना पुलिस ने 16 सितंबर को आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी विवेचना तिवारीपुर थाना पुलिस कर रही है। एसपी सिटी ने बताया, अब तक मेडिकल माफियाओं की करीब 50 करोड़ की 3 प्रापर्टी जब्त की जा चुकी है। शाम तक इनकी कुल 9 प्रापर्टी जब्त की जाएगी, जिसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक है। कार्रवाई में अभी दो दिन और लगेंगे।