गोरखपुर (ब्यूरो)। कहा कि दीया ही नहीं बचेगी तो बाती का क्या करोगे, धर्म नहीं बचेगा तो जाति का क्या करोगे। अंतिम दिन श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि कथा में वही आते हैं जिन्हे राम जी बुलाते हैं। अगर तुम्हारा भगवान से नाता सच्चा होगा तो तुम्हारा हर काम अच्छा होगा। कहा कि स्वर्ग का अर्थ देवता होता है। अगर आप सच्चे मन से देवी देवता की पूजा करते हैं तो आपको स्वर्ग का मार्ग प्रशस्त होता है। राजा रामचंद्र जी मर्यादा और दयावान के प्रतीक हैं। मानव को उनके अनुसार दयावान और धैर्यवान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम कथा से मनुष्यों को समानता का अधिकार, नारियों का सम्मान, मातृ पितृ व गुरुओं की भक्ति, उदारता, न्यायप्रिय, सत्यप्रिय एवं दृढ़ प्रतिज्ञा जैसी सात सीख लेनी चाहिए और उसे जीवन में अपनाना चाहिए।

हम भी गोरखपुर वाले

श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को देखकर बाबा बागेश्वर ने बोले बिहार के बाद ऐसा नजारा हमको बड़हलगंज, गोरखपुर में देखने को मिला, कहा कि जब तक जियेंगे गोरखपुर आते रहेंगे क्योंकि अब हम भी गोरखपुर वाले हैं। अयोध्या में राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा राम राज्य का ही प्रयास है। हमें राम राज्य नेताओं से नहीं बल्कि सबके दिलों से चाहिए। किन्नर अखाड़ा महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरी, श्रीशदास, सांसद कमलेश पासवान, विधायक राजेश त्रिपाठी, आशीष राय, महेश उमर, आयोजक राहुल तिवारी, संजय सोनी, आलोक गुप्ता, डा। मनोज यादव, डॉ। संगम मिश्र, डॉ। मंजय सोनी, छ_ेलाल निगम, गिरधारी सर्राफ, सृंजय मिश्रा, मुरारी लाल सोनी, श्रीकांत सोनी, विनोद सोनी आदि मौजूद रहे।

व्यवस्था हुई फेल, पुलिस कर्मी करते रहे आग्रह

बागेश्वर पीठाधीश्वर के तीन दिवसीय श्रीराम कथा में सारा दावा फेल हो गया। जिसके कारण व्यवस्था पूरी तरह फेल रही। दावा था कि स्वास्थ्य, पानी, बैरिकेडिंग आदि पर पूरी तरह ध्यान दिया जाएगा लेकिन किसी भी दावे पर अमल नहीं हुआ और भीड़ बेताब रही। कथा स्थल पर उमड़े जनसैलाब को संभाल पाना प्रशासन को मुश्किल हो गया था। इसके कारण लोग जैसे तैसे जिधर जगह मिला, लोग बाबा से मिलने को आतुर रहे। बेकाबू भीड़ को डराने के लिए पुलिस लाठी तानकर लोगों को डराती रही लेकिन लोग उससे भी नहीं डरे और बैरिकेडिंग फानकर कथास्थल तक पहुंच गए। पुलिसकर्मी बैरिकेडिंग के अंदर रहने का आग्रह करते रहे।

सेल्फी लेने के लिए रहे आतुर

कथास्थल पर सेल्फी लेने के लिए लोगों की होड़ मची रही। लोग दूर से ही अपना चेहरा मंच की तरफ कर सेल्फी लेते रहे। युवाओं में काफी जोश दिखा। जैसे ही बाबा मंच पर पहुंचकर हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया तभी सब जय श्रीराम के नारे लगाने लगे.वहीं कथास्थल पर एक वृद्ध नारद का रूप धारण कर पहुंच गया। लोग उसे देखने को आतुर दिखे। वह वीणा बजाकर लोगों को लुभाता रहा।

स्वास्थ्य सुविधाओं का दिखा अभाव

कथास्थल पर लोगों को स्वास्थ्य समुचित सुविधाएं नहीं मिल सकीं। भीड़ का आलम यह था कि लोग गश खाकर गिर पड़े। उनके स्वजन पानी पिलाकर उन्हें स्वस्थ होने का आश्वासन देते रहे। पांडाल में बैठी छत्तीसगढ़ की अनिका सिंह को चक्कर आने लगा। उन्हें लोग पांडाल से बाहर निकाले। बाहर निकलते ही वह बेहोश हो गई। वहीं चंदौली की बासमती, महाराष्ट्र की अनीता, रियांव की पूजा पांडाल के अंदर बेहोश हो गई। जिन्हें बाहर निकाला गया। लोग डाक्टर खोजने लगे लेकिन मौके से डाक्टर नहीं मिल सके। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष प्रीति उमर और अध्यक्ष प्रतिनिधि महेश उमर के निर्देश पर नगरपंचायत कर्मियों ने सेवा और स्वच्छता को ध्येय बना कर पूरे समर्पण से कर्तव्य को अंजाम दिया।