गोरखपुर (ब्यूरो)। उनका जीवन दिव्य एवं धन्य था। माँ भारती के वे सच्चे सपूत थे। भारत कभी भी उनके शौर्य गाथाओं, पराक्रम, बुद्धिमत्ता एवं बलिदान को नही भुला सकता है। भारतीय इतिहास के पन्ने सदैव उनके कृतित्व से गौरव की अनुभूति करते रहेंंगे। ये बातें महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़ में भारत-भारती पखवाड़ा के अन्तर्गत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती के अवसर पर 'भारतीय सशस्त्र क्रांति के सूर्य :नेताजी सुभाष चन्द्र बोसÓ विषय पर आयोजित विशिष्ट व्याख्यान में मुख्य वक्ता उपनगर आयुक्त डॉ। मणि भूषण तिवारी ने कहीं। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निराशा के क्षणों में जिस धैर्य के साथ नेताजी ने अपना शौर्य और पराक्रम दिखाया, वह हम सभी के लिए अनुकरणीय है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ। प्रदीप कुमार राव ने कहा कि समूचा भारत आज नेताजी के पराक्रम का स्मरण कर रहा है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे दैदीप्यमान नक्षत्र हैं जिनकी ऊर्जा युवाओं को राष्ट्रप्रेम हेतु सर्वस्व न्यौछावार कर देने की भावना से सदैव प्रेरित एवं प्रोत्साहित करती रहेगी। इधर, महाविद्यालय में भारत-भारती पखवाड़ा के अन्तर्गत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती के अवसर पर आज शोध व्याख्यान प्रतियोगिता एवं मानस-पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में बी.एड। प्रथम सेमेस्टर के अरूण कुशवाहा ने प्रथम, बी.ए। तृतीय सेमेस्टर के आशीष पाण्डेय ने द्वितीय तथा बी.ए। तृतीय सेमेस्टर के ही निमिष कुमार सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

रामलीला समिति आर्य नगर गोरखपुर ने किया सुंदरकांड भजन कीर्तन
श्री राम लीला विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में रामलीला समिति आर्य नगर गोरखपुर के तत्वाधान में सुंदरकांड भजन कीर्तन आतिशबाजी दीप जलाकर हर्ष व्यक्त किया। श्रीराम की पूजा अर्चना की गई सुंदरकांड के मुख्य वक्ता सत्येंद्र पांडे तथा उनके सहयोगी के साथ संपन्न हुआ। मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्प दंत जैन, विजय खेमका, डॉ। सुनील त्रिपाठी, दीप अग्रवाल, कीर्ति रमन दास, मनीष जैन, सुधीर जैन, राजीव रंजन अग्रवाल सहित सभी लोग उपस्थिति रहे।