गोरखपुर (ब्यूरो) चौरी चौरा खंड के पलिपा उपकेंद्र क्षेत्र में रविवार दोपहर बाद तकरीबन 3:30 बजे बिजलीकर्मियों की लापरवाही से पांच कर्मचारी करंट से झुलस गए। सभी पोल सीधा कर रहे थे कि शटडाउन के बीच 11 हजार वोल्ट की लाइन में करंट आ गया। जैसे ही पोल लाइन से सटा, पांचों पोल में चिपक गए। ग्रामीणों ने लाठी मारकर सभी को पोल से अलग किया। एक की हालत गंभीर बतायी जा रही है। शटडाउन भी जुगाड़ से लिया गया था। आरोप है कि शटडाउन के लिए अभियंताओं व सब स्टेशन आपरेटर को रुपये दिए गए थे। बिजली निगम के अभियंता देर रात तक पूरे मामले को छुपाने में लगे थे। चौरी चौरा खंड के अधिशासी अभियंता मनीष झा ने अपना मोबाइल फोन स्विच आफ कर लिया तो अधीक्षण अभियंता ग्रामीण प्रथम विनोद नौटियाल ने काल रिसीव नहीं की। मुख्य अभियंता आशु कालिया को मामले की जानकारी ही नहीं थी।

पलिपा उपकेंद्र क्षेत्र के हरैया में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क का निर्माण हो रहा है। यहां 21 बिजली के पोल सड़क के किनारे किए जा रहे हैं। काम भदोही जिले के दुर्गागंज के संकट मोचन इलेक्ट्रिकल्स को मिला है। उसने खुद न कराकर स्थानीय वेंडर भोला को काम दे दिया है। भोला ने बताया कि रविवार को दो पोल लगाने थे। दोपहर बाद तकरीबन तीन बजे संविदा लाइनमैन ने फोन पर पलिपा उपकेंद्र के संविदा सब स्टेशन आपरेटर से शटडाउन लिया। वहां से शटडाउन दिए जाने की पुष्टि के बाद हाइड्रा से पोल लगाने का काम शुरू किया गया। दो पोल लगा दिए गए लेकिन एक पोल तिरछा हो गया। हाइड्रा से वह सीधा नहीं हो रहा था तो सीतापुर निवासी 24 वर्षीय बलवंत यादव व 27 वर्षीय मोबिन अहमद, गगहा निवासी 18 वर्षीय रोहन निषाद, राजकुमार आदि हाथ से ही पोल को सीधा करने लगे। किसी को पता ही नहीं था कि ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की लाइन में करंट आ गया है। जैसे ही पोल सीधा होकर लाइन से सटा तेज धमाका के साथ सभी पोल से सट गए। तेज धमाका सुन ग्रामीण मौके पर पहुंचे और लाठी से मारकर सभी को पोल से अलग किया। सभी के हाथ झुलस गए हैं। आनन-फानन सभी को नई बाजार के एक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। सूचना पर चौकी प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और पूरी जानकारी ली।

अवर अभियंता भी नहीं थे मौके पर

बिजली निगम के प्रबंध निदेशक ने कई बार फोन पर शटडाउन लेने पर रोक लगायी है, लेकिन चौरी चौरा खंड में मनमानी नहीं थम रही है। बिजलीकर्मियों का कहना है कि लापरवाही के कारण पांच लोगों की जान पर बन गई है। अवर अभियंता के खिलाफ दूसरे के क्षेत्र में जाकर कनेक्शन देने के मामले की जांच अभी चल ही रही है।

करंट से झुलसने की मेरे पास कोई जानकारी नहीं है। अभियंताओं को इसकी जानकारी देनी चाहिए थी। पूरे मामले की जांच करायी जाएगी। यदि शटडाउन लेने में मनमानी की गई होगी तो संबंधित के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई की जाएगी।

आशु कालिया, मुख्य अभियंता