गोरखपुर (ब्यूरो)।हैरान कर देने वाली बात ये है कि पुलिस चौकी का लाखों रुपए के बजट से जुलाई 2022 में रेनोवेशन कराया गया था। लेकिन, पुलिस चौकी की दीवार एक साल भी नहीं टिक सकी। वहीं इस घटना के बाद पुलिस पर सवाल उठ रहा है कि जब दीवार कमजोर थी तो पुलिस ने पहले कोई इसका इंतजाम क्यों नहीं किया।


मां संग सब्जी बेचती थी अनन्या
बताया जा रहा है कि परिवार चलाने के लिए सुनीता शाम को बेनीगंज पुलिस चौकी स्थित डीबी इंटर कॉलेज के गेट पर सब्जी की दुकान लगाती हैं। स्कूल से आने के बाद अनन्या भी मां की मदद के लिए दुकान चली जाती थी और मां से कुछ सब्जियां लेकर बेनीगंज पुलिस चौकी की गेट पर खुद भी दुकान लगाकर बैठ जाती थी।
कक्षा दो में पढ़ती थी अनन्या
Ananya

तिवारीपुर इलाके के बाले मियां मैदान बहरामपुर की रहने वाली सुनीता निषाद के पति अजय निषाद की कोरोना काल में मौत हो गई थी। परिवार में सुनीता के अलावा उनकी एक 7 साल की बेटी अनन्या निषाद और 10 साल का बेटा सुदीप निषाद थे। अनन्या सेकेंड क्लास की स्टूडेंट थी।
शाम को अचानक गिरी दीवार
रोज की तरह शुक्रवार की शाम भी अनन्या मां से थोड़ी सब्जी लेकर बेनीगंज पुलिस चौकी के सामने दीवार किनारे बैठी थी। वह बैठकर ग्राहकों का इंतजार कर रही थी कि इस बीच बेनीगंज पुलिस चौकी की दीवार करीब 5:30 बजे भरभराकर गिर गई। दीवार का एक बड़ी हिस्सा अनन्या के ऊपर गिर गया, जिसमें वह दब गई। जब तो लोग वहां पहुंचते और उसे मलबे से बाहर निकालते, उसकी मलबे में दबकर मौत हो गई।
अस्पताल ले गए परिजन
कुछ दूरी पर बच्ची की मां भी सब्जी बेच रही थी। हादसा देख आसपास सब्जी बेच रहे दुकानदारों में अफरा तफरी मच गई। सब्जी बेच रहे दुकानदार और पुलिस बच्ची को मलबे से निकालकर अस्पताल ले गए। लेकिन, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बच्ची को शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है।