GORAKHPUR: दिल्ली के सफदरजंग से आए दोनों कोरोना केसेज के बाद से एंबुलेंस की जांच जिला प्रशासन की तरफ से शुरू कर दी गई है। इस क्रम में मुंबई से एंबुलेंस से आए चार नेपाली नागरिकों सहित एंबुलेंस चालक और ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) को पकड़ लिया गया। सभी को 100 बेड के टीबी अस्पताल में क्वारंटीन किया गया है। सभी को सहजनवां चेक पोस्ट के पास पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पकड़कर जिला अस्पताल भेज दिया। मुंबई देश के हॉट-स्पॉट में है। इसलिए डॉक्टरों ने जांच के बाद इन्हें क्वारंटीन की सलाह दी। जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। एके सिंह ने बताया कि चार नेपाली नागरिक एंबुलेंस बुक कर मुंबई से आए थे। गोरखपुर होते ही यह लोग सोनौली जाना चाह रहे थे। इस बीच सहजनवां चेक पोस्ट पर पुलिस ने चेकिंग करते हुए चारों के नाम, पते और मोबाइल नंबर दर्ज किया। साथ ही एंबुलेंस चालक और ईएमटी का नाम और पता भी दर्ज किया। इसके बाद एंबुलेंस चालक को जिला अस्पताल जाने की सलाह दी। एंबुलेंस चालक चारों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे तो सबकी जांच कराई गई। साथ ही चालक और ईमएमटी की भी जांच हुई। सभी को क्वारंटीन कराते हुए एक सप्ताह बाद नमूने लिए जाएंगे।

हर एंबुलेंस की जांच शुरू

सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने बताया कि जिले में मिले दो कोरोना मरीज एंबुलेंस के जरिए दूसरे प्रदेश से दाखिल हुए थे। इससे जिले के सभी बॉर्डर पर डाक्टर्स की टीम पुलिस के साथ एंबुलेंस की जांच कर रही है। एंबुलेंस चालक, ईएमटी, मरीज का नाम-पता और मोबाइल नंबर नोट कराया जा रहा है। किसी भी एंबुलेंस को जिले में प्रवेश करने पर निर्धारित अस्पतालों में जाने के बाद ही शहर में घुसने की अनुमति दी जा रही है। बताया कि हर चेक प्वॉइंट पर जांच किए बगैर शहर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।