गोरखपुर (ब्यूरो)।यह ग्रेड मिलने के बाद यूनिवर्सिटी एजुकेशनल सेक्टर में एक ब्रांड बनकर उभरेगी। इसका लाभ यहां के पढऩे और पढ़ाने वाले सभी को होगा। वीसी प्रो। राजेश सिंह ने कहा कि हमारे अंदर क्षमता हमेशा से थी बस उसे सही दिशा देने की आवश्यकता थी। यह शाम दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के नाम। इस उपलब्धि को प्रो। अजय कुमार शुक्ला, प्रो। दीपक प्रकाश त्यागी, प्रो। अनुभूति दूबे, प्रो। सुषमा पांडेय, एबीवीपी, कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र नाथ सिंह व निर्भय सिंह और सभी टीचर्स और स्टूडेंट्स ने सेलिब्रेट किया।
ग्रेडिंग के फायदे
इंफोसिस समेत अन्य बड़ी-बड़ी कंपनियां प्लेसमेंट के समय नैक की ग्रेङ्क्षडग में ए प्लस प्लस संस्थानों को अपने पैनल में शामिल करती हैं। ऐसे में आने वाले समय में बड़ी कंपनियों के एचआर यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट करने के लिए खुद संपर्क करेंगे। इससे स्टूडेंट्स को अच्छे अवसर मिलेंगे। नैक से मिला ए प्लस प्लस ग्रेड उच्चतम ग्रेड है। इससे अधिक नैक मूल्यांकन में ग्रेड नहीं मिलता है। इससे राष्ट्रीय फलक पर जहां यूनिवर्सिअी का नाम चमकेगा वहीं इसकी ब्रांङ्क्षडग में सीधे लाभ मिलेगा। यूनिवर्सिटी को इस ग्रेङ्क्षडग के बाद राष्ट्रीय संस्थागत रैंङ्क्षकग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) के पांचवें क्राइटेरिया में 30 प्रतिशत अंक जुड़ जाएंगे। इसके अलावा स्वायत्तता भी मिलेगी। सरकारी योजनाओं के साथ ही फंङ्क्षडग भी ज्यादा मिलेगी।