गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर जू में कोई भी व्यक्ति जानवरों को गोद ले सकता है। यह अडॉप्शन एक दिन, एक महीना या फिर एक साल के लिए भी हो सकता है।

अभी तक केवल 22 ने लिया गोद

गोरखपुर जू जबसे खुला, तभी से यहां पर जानवरों को अडॉप्ट करने की स्कीम शुरू है। शुरुआत में कुछ लोगों ने अडॉप्शन में इंटरेस्ट जरूर दिखाया, मगर अब लोगों में जानवरों को अडॉप्ट करने में इंटरेस्ट नहीं रहा। चिडिय़ाघर की शुरुआत से लेकर अभी तक केवल 22 लोगों ने जानवरों को गोद लिया है। बांसगांव विधायक विमलेश पासवान ने कुछ महीनों पहले एक साथ चार जानवरों को गोद लिया था, जिसमें लेपर्ड (मेल-फीमेल), डियर और भालू शामिल थे।

सबसे ज्यादा मोर की डिमांड

चिडिय़ाघर में अडॉप्शन के लिए सबसे ज्यादा मोर की डिमांड है। अभी तक 22 लोगों ने 25 जानवरों को अडॉप्ट किया है। इसमें सबसे ज्यादा 5 बार मोर को अडॉप्ट किया गया है। इसके बाद चीता 3 बार, स्पॉटेड डियर 3, तीनों बंदर 5, बारासिंघा 2, टाइगर 1, शेर 1, घडिय़ाल 1, हरा तोता 1, काका टील 1, काला हिरण 1, देसी भालू 1, कछुआ 1 बार अडॉप्ट किया गया है। इस सेशन में केवल स्पॉटेड डियर को ही अडॉप्ट किया गया है।

गोरखपुर के लोग अपने बर्थडे, मैरेज एनिवर्सिरी या किसी भी खास मौके पर जानवरों को गोद लेकर उनके साथ सेलिब्रेट कर सकते हैं। इससे वाइल्ड लाइफ के प्रति उनका प्यार बढ़ेगा। वह अपनी सुविधा के हिसाब से उनको एक दिन से लेकर एक साल के लिए गोद ले सकते हंै।

डॉ। योगेश प्रताप सिंह, वेटरनरी डॉक्टर, गोरखपुर जू