गोरखपुर (ब्यूरो).उन्होंने जापानी इंसेफेलाईटिस (जेई)व एईएस की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पीएचसी या ईटीसी में भर्ती हो रहे फीवर के पेशेंट्स की सीएसएफ जांच अवश्य कराई जाएं। फाइलेरिया व मलेरिया निरीक्षक को निर्देशित किया कि वह आशा कार्यकत्रियों से संपर्क में रहे। वीएचएनडी पर फीवर के पेशेंट्स की पहचान की जाए। जिससे किसी भी फीवर एपिडेमिक से बचा जा सके। इस अवसर पर सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, एसीएमओ वेक्टर बोर्न डॉ। एके चौधरी, फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी सुदेश कुमार, डॉ। वीके श्रीवास्तव, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, सिद्धेश्वरी सिंह एवं सभी सहायक मलेरिया अधिकारी, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक, मलेरिया निरीक्षक एवं फाइलेरिया निरीक्षक मौजूद रहे।