गोरखपुर (संतोष गिरी).सराफा मंडल के महामंत्री महेश वर्मा ने बताया, सोना-चांदी की ज्वेलरी पर सरकार ने 3 परसेंट जीएसटी पहले से लगा रखा है। अगर कोई कस्टमर किसी सराफा कारोबारी से सोने-चांदी की राखी खरीदता है तो सोने-चांदी वाला जीएसटी रेट लगेगा।

सोने-चांदी की राखी पर 5 परसेंट जीएसटी

आईसीए गोरखपुर चैप्टर के सचिव सीए राशिद मुस्ताफा के अनुसार सरकार ने जीएसटी की नई दरों के साथ सोने-चांदी की राखी पर 5 परसेंट जीएसटी लगा रखा है। सभी को राखी पर 5 जीएसटी देय है। वहीं, पारंपरिक मिठाई पर 5 परसेंट, चॉकलेट कोटेड मिठाई पर 18 परसेंट जीएसटी और चॉकलेट मिठाई पर 28 परसेंट तक जीएसटी लगता है।

सोने-चांदी की राखी के रेट

चांदी 500 से 5000 तक

सोना 1500 से 1 लाख तक

कलावा राखी

सामान्य 10 से 20

डिजाइनदार 30 से 50

मोती जड़ी वाली 60 से 150 तक

(नोट: रेट दुकानदार के अनुसार रुपए में हैं.)

जीएसटी रेट में कोई कन्फयूजन नहीं होना चाहिए। सोने चांदी पर 3 परसेंट जीएसटी लगता है। सुनने में आ रहा है कि राखियों परं 5 परसेंट जीएसटी है। सराफा दुकानदार से कस्टमर पुराने जीएसटी रेट पर ही सोना-चांदी की राखी लें।

महेश वर्मा, महामंत्री, सराफा मंडल

जीएसटी की नई दरों के साथ सोने-चांदी की राखियों पर 5 परसेंट जीएसटी देय है। अगर कोई जीएसटी दर में कम-ज्यादा करता है तो उसे जीएसटी रिटर्न फाइल करने में दिक्कत होगी।

राशिद मुस्ताफ, सचिव, आईसीए गोरखपुर चैप्टर

सोने की राखी खरीदने गई थी। कई दुकानों पर देखा कि एक जैसी राखी कई रेट में दुकानदार बेच रहे है। वहीं छोटे दुकानदार से पूछा तो ज्यादा रेट बताया। बोला कि जीएसटी के चलते ऐसा हो रहा है। सरकार को महंगाई कम करनी चाहिए।

सोनी सिंह, राखी कस्टमर