गोरखपुर (ब्यूरो).2022 में हुए सर्वे के अनुसार गोरखपुर का वॉटर लेवल डाउन हो रहा है। भूगर्भ जल विभाग गोरखपुर की रिपोर्ट के हिसाब से यहां का वाटर लेवल हर साल 10 से 20 सेमी नीचे जा रहा है। राहत की बात यह है कि घटने के बाद भी अभी गोरखपुर सेफ जोन में है। मगर यही हाल रहा तो धीरे-धीरे गोरखपुर भी सेमिक्रिटिकल जोन में आ जाएगा।

प्री मॉनसून सर्वे रिपोर्ट

जगह वाटर लेवल (सेमी। मे)

2020 2021 2022

प्राइमरी स्कूल नौसड़़ 5.85 5.95 6.0

मंडी परिषद 7.0 6.45 6.85

हांसुपुर 9.70 8.95 9.05

पीआरडीटी सेंटर 4.0 3.95 4.70

प्रदेशभर में घट रहा वॉटर लेवल

भूगर्भ जल विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में वर्ष 2000 में अतिदोहित और क्रिटिकल विकासखंडो की संख्या 20 थी, जो बढ़कर आज के समय में 105 हो गई है। 2017 में यूपी के 82 विकासखंड अतिदोहित, 47 क्रिटिकल और 151 सेमिक्रिटिकल जोन में थे। वहीं, 2020 में 66 विकासखंड अतिदोहित, 49 क्रिटिकल और 177 सेमिक्रिटिकल जोन में पहुुुंच चुके हैं।

पानी बचाने के उपाय

- ग्राउंड वॉटर का सही इस्तेमाल करें।

- घर में पानी वेस्ट न करें।

- रेन वाटर हार्वेस्टिंग करें।

- पानी बचाने के लिए लोगों को जागरूक करें।

- वेस्ट वाटर का प्यूरिफिकेशन करें।

- अधिक से अधिक पेड़ लगाएं।

- पानी को दूषित होने से बचाएं।

चलाया जा रहा अवेयरनेस कैंपेन

प्रदेश सरकार की ओर से 16 जुलाई से 22 जुलाई तक पूरे यूपी में 'भूजल सप्ताहÓ मनाया जा रहा है। इस साल का मुख्य ंिबंदु है 'जन-जन तक जल पहुंचाना है, जल संरक्षण अपनाना हैÓ। इसके अंतर्गत भूगर्भ जल विभाग गोरखपुर की ओर से अलग-अलग जगहों पर अवेयरनेस कैंप आयोजित करके लोगों को पानी बचाने के लिए अवेयर किया जा रहा है। सोमवार को पूर्व माध्यमिक विद्यालय कांशीराम कॉलोनी, कंपोजिट विद्यालय सिक्टौर और प्रथम इलेक्ट्रॉनिक सेंटर में अवेयरनेस कैंप आयोजित किया गया। इस कैंप में बच्चों को पानी बचाने के उपाय बताए गए। इस अवसर पर एक्सईएन विश्वजीत सिंह, हाइड्रोलॉजिस्ट रागिनी सरस्वती के साथ भूगर्भ जल विभाग की पूरी टीम उपस्थित रही। विभाग के टेक्निकल असिस्टेंट दिनेश चंद्र जायसवाल ने कहा, प्री मानसून सर्वे की रिपोर्ट में गोरखपुर का वॉटर लेवल डाउन हुआ है। इसके बचाव के लिए हम लोग भूजल सप्ताह के अंतर्गत रोज अवेयरनेस कैंपेन चला रहे हैं।