गोरखपुर (ब्यूरो)।एडिशनल कमिश्नर ग्रेड दो देव मणि शर्मा ने बताया कि यह अभियान एडिशनल कमिश्नर ग्रेड एक विमल कुमार राय के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। इसी के तहत चौथे दिन पूरे जोन में चिह्नित प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। विभिन्न टीमों ने गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, संतकबीर नगर के 24 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। गोरखपुर में रेस्टोरेंट, मेडिकल स्टोर, चश्मा घर, हार्डवेयर की दुकानों पर छापेमारी हुई। सोनौली, मेडिकल रोड, महराजगंज में शीशे की दुकान के साथ पोल्ट्री फार्म पर छापेमारी हुई। संतकबीर नगर में फुटवियर तो वहीं कुशीनगर में चश्मा और हार्डवेयर की दुकान पर छापेमारी हुई। एडिशनल कमिश्नर ने बताया कि छापेमारी का उद्देश्य बिना पंजीयन के कारोबार करने वाले प्रतिष्ठानों द्वारा पंजीयन कराया जाना है। बिना पंजीयन के कारोबार होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है।

इन बाजारों में हुई छापेमारी

जीएसटी विभाग की छापेमारी का खौफ प्रमुख बाजारों में साफ दिख रहा है। छापेमारी से व्यापारियों में गुस्सा है। गुरुवार को गोलघर, रेती, शाही मार्केट, सहजनवां समेत प्रमुख बाजारों में दुकानें बंद रही हैं। सर्वाधिक मुश्किल में इलेक्ट्रानिक्स गुड्स के कारोबारी दिखे। इसी का नतीजा है कि रेती रोड, बलदेव प्लाजा, असुरन छाया कम्पाउंड, सिनेमा रोड स्थित शाही मार्केट में ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। कुछ दुकानदारों ने तो दर्जन भर मर्तबा दुकान का शटर उठाया और गिराया। शाही मार्केट, बलदेव प्लाजा से लेकर रेती रोड पर प्रतिदिन करीब 5 करोड़ रुपए के मोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स गुड्स के साथ कम्प्यूटर पार्ट्स की बिक्री होती है।

चौथे दिन पूरे जोन में चिह्नित प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। विभिन्न टीमों ने गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, संतकबीर नगर के 22 टीमों ने 24 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। 1.83 करोड़ रुपए गोलमाल पकड़ा और 18 लाख रुपए जमा कराए।

देवमणि शर्मा, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 2