गोरखपुर (ब्यूरो).नर्सिंग क्षेत्र को चिकित्सा व स्वास्थ्य तंत्र की आधारशिला समझा जाता है। इस क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार और सुदृढ़ीकरण के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश में नर्सिंग शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों में संसाधन से लेकर योग्य फैकल्टी की उपलब्धता तथा समग्र रूप में नर्सिंग क्षेत्र की गुणवत्ता में सुधार के लिए उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी द्वारा राज्य के 12 नर्सिंग कॉलेजों-संस्थानों को मेंटर इंस्टीट्यूट के रूप में चयनित किया गया है। इनमें से लखनऊ और गोंडा के एक-एक कॉलेजों के बाद शेष समूचे उत्तर प्रदेश में मेंटर इंस्टीट्यूट के रूप में एकमात्र गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग का चयन किया गया है। मेंटर के रूप में उन नर्सिंग कॉलेजों को चुना गया है जो इंडियन नर्सिंग काउंसिल और उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी द्वारा तय सभी मानकों पर खरे उतरे हैं। स्टेट मेडिकल फैकल्टी से आए विशेषज्ञों द्वारा संसाधन, तकनीकी, शैक्षणिक स्टाफ आदि के गहन एवं कड़े परीक्षण के बाद गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग को मेंटर इंस्टीट्यूट के रूप में चयनित किया गया है।
देश के लिए योग्य नर्सिंग स्टाफ
मेंटर के रूप में गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग गोरखपुर समेत पूर्वी उत्तर के कई जिले में संचालित नर्सिंग कॉलेजों-संस्थानों का पर्यवेक्षण करते हुए उनके गुणवत्ता संवर्धन के लिए परामर्श देगा ताकि पूरे देश के लिए योग्य नर्सिंग स्टाफ तैयार किए जा सके। नर्सिंग शिक्षा की मॉनीटरिंग के लिए एक तरह से उसकी भूमिका उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी के साझेदार के रूप में होगी। इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ। डीएस अजीथा ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी से मिली जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए कॉलेज प्रदेश में नर्सिंग एजुकेशन के उन्नयन की दिशा में कार्य करने को कृत संकल्पित है।