गोरखपुर (ब्यूरो).स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सार्वजनिक नालियों में रासायनिक दवा का छिड़काव करने के लिए दवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। जहां भी डेंगू और मलेरिया के केस सामने आ रहे हैं। टीम वहां पर एंटी लार्वा और दवाइयों का छिड़काव भी करा रही है। मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि अभी तक गोरखपुर में डेंगू के 18 केस सामने आए हैं। इसमें से 7 केस बाहर के हैं और 5 केस गोरखपुर आसपास के हैं।

बेड आरक्षित

जिला अस्पताल में 10 तथा सीएचसी के छह-छह बेड सुरक्षित किए गए हैं। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को देखते हुए शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में जलजमाव वाले स्थानों को चिन्हित करने के साथ ही घर-घर जाकर जागरूक करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई है।

दुकानदारों को चेतावनी

बदलते मौसम को लेकर एरिया में मच्छर जनित बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम शहर के विभिन्न मार्गो पर डेंगू के लार्वा की जांच में जुटी है। साथ ही विभाग ने कबाड़ और टायर की दुकानदारों को चेतावनी भी दी है। मलेरिया अधिकारी ने बताया कि टीम के मेंबर्स लगातार संवेदनशील एरिया में अपनी नजर जमाए हुए हैं। कहीं भी डेंगू और मलेरिया के केस सामने आ रहे हैं। वहां पर लार्वा की जांच की जा रही है। साथ ही मच्छर जनित बीमारियों से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। घरों में कूलर व छतों पर रखे अन्य पात्रों में भरे बरसाती पानी को खाली कर दें। छतों पर रखी टंकी को भी ढक कर रखे महीने में एक बार अवश्य धो लें क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है।

लगाया जाएगा जुर्माना

टायरों में जमा पानी में एडीज मच्छर के लार्वा मिल रहे हैँ। इस कारण डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। नगर निगम अब टायरों में पानी एकत्र होने के मामले में सख्ती करेगा, जिन दुकानों के सामने रखे टायर या कबाड़ की दुकानों में जलजमाव मिला तो मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा।