गोरखपुर (ब्यूरो)। कप्तानगंज थाना एरिया के कुशीनगर फर्द मुंडेरा निवासी रामसमुझ साहनी (45) ने घर में सो रही पत्नी सुभावती देवी (32), बेटी मुस्कान (10), बेटा अंकित (8) और अरुण (4) पर पेट्रोल फेंकर जिंदा जला दिया। पत्नी और बच्चों को जलाने के बाद रामसमुझ फरार हो गया। मेडिकल कॉलेज जाते समय रास्ते में ही सुभावती की मौत हो गई। जबकि शुक्रवार दोपहर बेटे अरुण ने भी दम तोड़ दिया। गंभीर रूप से झुलसी मुस्कान और अंकित का बीआरडी में इलाज चल रहा है। उन्हें बचाने के लिए डॉक्टर्स की टीम लगी है। घटना की सूचना पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने मौका मुआयना किया।
खिड़की के रास्ते छिड़का पेट्रोल
रामसमुझ साहनी का कुछ दिनों से पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। तीन दिन पूर्व रामसमुझ और उसकी पत्नी सुभावती के बीच कुछ अनबन हुई। इसी बात को लेकर उसने पत्नी से मारपीट की और कहीं चला गया। गुरुवार रात पत्नी सुभावती भोजन करके बच्चों संग सो गई। रात में करीब 11 बजे रामसमुझ घर पहुंचा। खिड़की के रास्ते गैलन से पेट्रोल छिड़ककर उसने पत्नी और बच्चों के बिस्तर में आग लगा दी। एक बच्चे ने तो तख्त के नीचे छिपकर खुद को बचाने की कोशिश भी की, लेकिन बंद कमरे में आग की लपटों से वो नहीं बच पाया।
जिंदा जलाकर मारने की दी थी धमकी
आस-पास के लोगों के अनुसार रामसमुझ शराब का लती था। वह आए दिन नशे में घर लौटकर पत्नी और बच्चों को पीटता था। तीन दिन पहले पत्नी संग विवाद होने पर उसने सबको जिंदा जलाकर मारने की धमकी दी थी। तब उसकी पत्नी को लगा कि पति नशे में बोल गया है। इसलिए सुभावती ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी।
मेडिकल कॉलेज में चलती रही चर्चा
कुशीनगर की इस घटना की चर्चा बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तो चलती ही रही। इसके साथ ही शहर में हर जगह इस घटना को लेकर बातें हो रही थीं। मेडिकल कॉलेज में अधिकारियों का दौरा भी लगातार हो रहा था।
कमरे के बाहर एक बोतल और माचिस मिली है। जिसे कब्जे में ले लिया गया है। बोतल में क्या रखा था, जांच के बाद पता चलेगा। आरोपित पति की तलाश में पुलिस लगी है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना के पीछे घरेलू विवाद और नशा का आदि होना बताया जा रहा है।
धवल जायसवाल, एसपी कुशीनगर