गोरखपुर (ब्यूरो).जिन स्टूडेंट्स ने ओपेन सेंटर के लिए अप्लाई किया था, उनका एग्जाम रविवार को स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज में हुआ। कॉलेज में इनविजिलेटर के रूप में स्कूल डायरेक्टर राजीव गुप्ता पहुंचे। इस दौरान स्टूडेंट्स सेंटर पर पेरेंट्स के साथ एक घंटे पहले ही पहुंच गए। वहीं, पेरेंट्स भी बच्चे को गेट पर गुड लक बोलकर वापस चले गए। स्टूडेंट्स ने बताया कि आज मुझे खुद के बारे में जानने को अवसर मिलेगा। स्टूडेंट्स ने बताया कि इस एग्जाम को हम लोग इसीलिए देने आए हैं कि इससे हमे आगे क्या और किस फिल्ड में जाना चाहिए, इसकी सही जानकारी हो जाएगी।
क्या है एप्टीट्यूट टेस्ट
इस टेस्ट के जरिए स्टूडेंट्स अपने स्ट्रॉन्ग और वीक सब्जेक्ट्स के बारे में जान सकते हैं। इस टेस्ट में मिले माक्र्स के बेसिस पर स्टूडेंट्स की ऑल इंडिया रैंक तय की जाएगी। इसमें कुल 60 सवाल पूछे गए थे। पेपर में मल्टीपल च्वॉयस सवाल पूछे गए थे। स्टूडेंट्स ने भी सोच समझकर अपना सही जवाब दिया।
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा बच्चों की बौद्धिक क्षमता परखने के लिए बहुत ही अच्छी पहल की गई है। इस टेस्ट के जरिए बच्चे खुद की पहचान कर सक्सेज होने के लिए आगे कदम बढ़ाते हैं।
राजीव गुप्ता, डायरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज
मैंने पहले ही दिन आईआईटी फॉर्म का भर दिया था। मुझे इस एग्जाम का बेसब्री से इंतजार था। इंटर पास करने के बाद मैं किस फिल्ड में जाऊं, इसको लेकर मैं सस्पेंस हूं।
डिंपल पासवान, क्लास 12
मैं यहां एग्जाम नहीं खुद को परखने आई हूं। इसलिए मैने कोई तैयारी नहीं की है। मैं आज यहां से एग्जाम देकर जाउंगी तो बस अब इसके रिजल्ट का इंतजार रहेगा।
वैष्णवी सिंह, क्लास 11
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट हमेशा कुछ अलग हटके करता है। ये एग्जाम हमारे फ्यूचर प्लानिंग में पूरी मदद करेगा। ये हमें बताएगा कि हम कहां कमजोर हैं और कौन सा पोर्सन हमारा मजबूत है।
विभोर पाण्डेय, क्लास 9
पेरेंट्स बोलते हैं कि टेस्ट हमेशा देना चाहिए। इससे अपनी कमजोरी का पता चलता था। आईआईटी हमारे लिए एक आइने की तरह है, जो हमे खुद की पहचान कराता है।
प्रत्युष सिंह, क्लास 10
इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट देने आया हूं। इससे मेरी एग्जाम देने की प्रैक्टिस भी होगी। इसके साथ ही मैं किस फील्ड में जाऊं, इसकी भी जानकारी मिलेगी। इसलिए मेरे लिए ये टेस्ट बहुत मायने रखता है।
रजत गुप्ता, क्लास 5
मैं पहली बार स्कूल से हटकर किसी और एग्जाम को दे रहा हूं। इसलिए मैं इस एग्जाम के लिए बहुत एक्साइटेड था। मुझे रात से ही एग्जाम देने जाने की जल्दी थी। सुबह एक घंटे पहले ही आ गया।
आयुष अग्रवाल, क्लास 6
आईआईटी देने पहली बार आया हूं। इससे पहले इसके बारे में सुना था। इस एग्जाम की खासियत ये है कि इसमे कोई नंबर लाने का प्रेशर नहीं है। लेकिन ये एग्जाम फ्यूचर के लिए बहुत ही इंपॉटेंट है।
अमित चौहान, क्लास 7
इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट की तैयारी मैंने पहले से ही की थी। इसके लिए मैं कई दिनों से इंतजार कर रहा था। अब जाकर मेरी उत्सुकता शांत हुई है।
सूरज कनौजिया, क्लास 8