गोरखपुर (ब्यूरो)। वहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि फैमिली प्रॉब्लम की वजह से एसआई ने सुसाइड किया। अयोध्या जिले के गोसाईगंज, बेनिया निवासी हरेंद्र प्रताप सिंह ने 2017 बैच के एसआई थे। एक साल वह तिवारीपुर में सेकेंड अफसर के रूप में तैनात थे। थाना कैंपस के सरकारी क्वार्टर में वह पत्नी और दो बच्चों संग रहते थे। शनिवार की सुबह घंटाघर में निकलने वाली भगवान नरसिंह शोभा यात्रा में उनकी ड्यूटी लगी थी। तैयार होकर दरोगा निकले। आवास के बाहर ही सर्विस पिस्टल से सटाकर खुद को गोली मार ली। उनकी पत्नी और बच्चों के शोर मचाने पर लोग सिपाही भागकर पहुंचे। पुलिस जीप में हरेंद्र को आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
पुलिस लाइन का होली मिलन कार्यक्रम स्थगित
थाने में दरोगा के सुसाइड करने की सूचना से हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी पाकर डीएम विजय किरन आनंद, एसएसपी डॉ। विपिन ताडा सहित अन्य अधिकारी पहुंच गए। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस लाइन में दरोगा को सलामी दी गई। घटना की वजह से पुलिस लाइन में आयोजित होने वाला होली मिलन समारोह भी स्थगित कर दिया गया। एसएचओ तिवारीपुर राजेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि एसआई ने पारिवारिक विवाद में खुद को गोली मारी है। उनकी दाईं कनपटी पर गोली लगी थी। गोली लगने से पार हो गई। फॉरेसिंक टीम ने पिस्टल, मौके पर पसरे ब्लड का सैंपल और दरोगा के हैंडवॉश का सैंपल भी लिया, ताकि कानूनी प्रक्रिया पूरी कराई जा सके।