गोरखपुर (ब्यूरो)। आई स्पेशलिस्ट की मानें तो गर्मी में बढ़ते आंखों की समस्या के समय में जरूरी है कि गर्मी में आंखों की सेहत का ख्याल रखा जाए। जिला अस्पताल के आई ओपीडी में प्रतिदिन 80-100 मरीज पहुंच रहे हैैं। इनमें 45-50 महिला और बच्चे आंखों के कंजेक्टिवाइटिस से जूझ रहे हैैं। इसकी मुख्य वजह ड्राइनेस, हीट वेव और तेज धूप बताई जा रही है। आई स्पेशलिस्ट डॉ। अंजनी कुमार गुप्ता ने बताया कि गर्मी में आंखों की कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।

इस तरह के आ रहे मरीज

- ऑप्टोमेट्रिस्ट डॉ। पंकज पांडेय ने बताया कि गर्मी के सीजन में सूर्य की तेज किरण (अल्ट्रा वायलेट किरण) के कारण आंखों पर खतरा बना रहता है।

- ज्यादा लापरवाही से आंख खराब होने की आशंका भी बनी रहती है।

- इन किरणों से मोतियाबिंद, मैन्यूलर डीजनरेशन, टेरेजियम जैसे नेत्र रोग हो सकते हैं।

- इसके अलावा वायरल कंजेक्टिवाइटिस, एलर्जी भी होती है।

- इसमें आंखों में जलन, खुजली होने के साथ लालिमा रहती है।

- गर्मी में ज्यादा देर पंखे में रहने के कारण ड्राई आई की भी समस्या आती है।

- खुले में ज्यादा देर घूमने वालों की आंख पर खतरा ज्यादा रहता है।

- बड़ों की अपेक्षा बच्चे ज्यादा देर तक धूप में घूमते-खेलते रहते हैं।

- उनकी आंखों पर भी असर पड़ता है। इसके लिए लोगों को आंखों को बचाने के लिए उचित उपाय करने चाहिए।

जरूरी है बचाव

- आई ड्राप के साथ-साथ ठंडे पानी से आंखों को जरूर धुलें।

- ड्राइनेस व जलन के दौरान ठंडे पानी से आंखों को धुलें।

- बार-बार हाथ न लगाएं। आई ड्राप प्रॉपर जरूर ले।

- इसके लिए बाहर निकलते समय आंखों में रंगीन चश्मा, सिर पर कैप पहनने के साथ, स्कार्फ बांध लेना चाहिए।

- बच्चों के आंखों पर भी ज्यादा प्रभाव न पड़े, इसके लिए उपाय किए जाने चाहिए।

- जहां तक हो सके बच्चों को छायादार स्थान पर खेलने की सलाह देनी चाहिए।

- जिससे वे सूर्य की तेज किरणों से बच सकें।

- सफर या देर तक बाहर रहने के बाद आंखों को आराम दें।

- हरी सब्जी और फल अधिक खाएं। पानी भी ज्यादा से ज्यादा पीएं।

गर्मी के मौसम में तेज धूप से आंखों के रेटिना (पर्दा) पर प्रभाव पड़ता है। आई फ्लू भी इस मौसम में होता है। यह फैलने वाली बीमारी है। इसलिए लोगों को इस मौसम में आंखों के प्रति विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मरीजों की संख्या जिला अस्पताल में बढ़ी है।

- डॉ। जेएसपी सिंह, एसआईसी, जिला अस्पताल