गोरखपुर (ब्यूरो)।सभी जगहों पर अपने-अपने स्तर से अप्लीकेशन का निस्तारण होता था। न्यू इंटीग्रेटेड सिस्टम में एसएसपी ने शनिवार को पांच प्रकोष्ठ की स्थापना की है। अब इन पांचों प्रकोष्ठ की मॉनिटरिंग पुलिस ऑफिस से भी होगी। इसके नोडल एसपी ट्रैफिक श्याम देव बनाए गए हैं। पांचों प्रकोष्ठ के जिम्मेदारों के साथ हर 15 दिन पर नोडल मीटिंग कर अप्लीकेशन की समीक्षा करेंगे।

पुलिस ऑफिस में रहेगा रिकॉर्ड

शनिवार को व्हाइट हाउस में सभी अधिकारियों के साथ एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने न्यू इंटीग्रेटेड सिस्टम के बारे में सभी को बताया। उन्होंने बताया कि सभी जगह आए अप्लीकेशन का रिकॉर्ड अब पुलिस ऑफिस में भी रहेगा।

प्रकोष्ठ प्रभारी

1. सीएम जनता दर्शन में आने वाले प्रार्थना पत्र एसआई जयशंकर दुबे

2. एसएसपी कार्यालय से प्राप्त होने वाले प्रार्थना पत्र एसआई रविन्द्र नाथ दुबे

3. राजपत्रित अधिकारियों/थानों पर प्राप्त होने वाले प्रार्थना पत्र एसआई नवनीत नागर

4. आईजीआरएस से प्राप्त होने वाले प्रार्थना पत्र एसआई रघुनन्दन त्रिपाठी

5. शासन/उच्चाधिकारियों के जरिए प्राप्त होने वाले प्रार्थना पत्र गोपनीय सहायक एसएसपी

न्यू इंटीग्रेटेड सिस्टम के संबंध में निर्देश

- सभी थानों पर पहले से नियुक्त जनसुनवाई प्रभारियों को थाने पर होने वाली जनसुनवाई के साथ-साथ इन सभी प्रकोष्ठों से प्राप्त होने वाले समस्त प्रार्थना पत्रों के रख-रखाव, समयबद्ध तरीके से गुणवत्तापूर्वक कार्यवाही कराने और आख्या प्राप्त करने की जिम्मेदारी दी गई हैं।

- सभी प्रार्थना पत्रों के संबंध में की गई कार्यवाही से प्रार्थी को सूचित करना और फीडबैक प्राप्त करने के भी निर्देश दिये गये हैं।

- थानों पर आने वाले सभी प्रार्थियों के लिए सुगमता से बैठने और पेय जल की व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये हैं।

- सभी प्रार्थियों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनने और उनसे अच्छा व्यवहार करने के निर्देश हैं।

- सभी प्रार्थियों की समस्याओं का समाधान यदि अन्य विभागों से भी अपेक्षित हो तो अन्य विभागों से समन्वय बनाने के निर्देश दिये गये हैं।

- नोडल अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि नियमित रूप से हर 15 दिनों पर सभी जनसुनवाई अधिकारियों की बैठक करना सुनिश्चित करें और दिये गये निर्देशों का पालन कराएं।

- सभी राजपत्रित अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि थानों पर भ्रमण/निरीक्षण करते समय सभी प्रकोष्ठों से प्राप्त प्रार्थना पत्रों के लिए बनाये गये रजिस्टर्स का अवलोन करते हुए उचित कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें।

पब्लिक की सहूलियत के लिए पांच प्रकोष्ठ की स्थापना की गई। इसका एक नोडल भी बनाया गया है। जो 15 दिन पर पर सभी प्रकोष्ठ के जिम्मेदारों के साथ पब्लिक के आए अप्लीकेशन की समीक्षा करेंगे। पब्लिक की अप्लीकेशन का रिकॉर्ड पुलिस ऑफिस मेें सुरक्षित रखा जाएगा।

डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी गोरखपुर