- 16 सेंटर्स पर ऑर्गनाइज हुआ जेईई मेन, दो सेंटर्स पर हुआ बीआर्क का एग्जाम
- केमिस्ट्री का केमिकल लोचा हो गया फेल
GORAKHPUR:
टैलेंट, इनोवेटिव माइंड और मन में उमड़ रहे खुराफाती सवालों के जवाब हासिल करने के लिए हजारों स्टूडेंट्स ने इंजीनियरिंग फील्ड चुनने की ठानी। इसके लिए वह इंजीनियरिंग के सबसे बड़े संस्थानों में एडमिशन के पाने के लिए जेईई मेन के लिए उमड़े। केमिस्ट्री, जिससे उन्हें काफी डर था, वह तो किसी तरह का केमिकल लोचा करने में कामयाब नहीं हो सका, लेकिन खतरनाक फॉर्मूले और नंबर्स का जादू लिए मैथ्स और फिजिक्स ने स्टूडेंट्स को ऐसा उलझाया कि उनके उनके सिर चकराने लगे। यह हाल कमोबेश गोरखपुर पर बने सभी 16 सेंटर्स का था, जहां गणित और फिजिक्स के भंवर से स्टूडेंट्स खुद को काफी मुश्किल से ि1नकाल सके।
फर्स्ट मीटिंग में 250 रहे गैर हाजिर
जेईई मेन के लिए गोरखपुर में 16 सेंटर्स बनाए गए थे। इसमें बीटेक में अपनी जगह पक्की करने के लिए पहली मीटिंग में करीब करीब साढ़े आठ हजार स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे, जबकि, सेकेंड मीटिंग में बीआर्क करने की ख्वाहिश रखने वाले 520 कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन करा रखा था। फर्स्ट मीटिंग में जहां 250 कैंडिडेट्स गैर हाजिर रहे, वहीं सेकेंड मीटिंग में 60 कैंडिडेट्स एग्जाम देने के लिए नहीं पहुंचे। बीटेक के लिए 16 सेंटर्स बनाए गए थे। जबकि, बीआर्क में एडमिशन के लिए दो नवल्स राप्तीनगर और संस्कृति पब्लिक स्कूल पर एग्जाम कंडक्ट हुआ।
इन सेंटर्स पर हुआ पेपर
नवल्स राप्तीनगर
नवल्स कुसम्ही
नवल्स सूरजकुंड
डिवाइन पब्लिक स्कूल
सेंट्रल हिंदू स्कूल
केंद्रीय विद्यालय 1
केंद्रीय विद्यालय 2
डॉन बॉस्को स्कूल
जीएन नेशनल स्कूल
जेनिथ कॉन्वेंट स्कूल
सरस्वती शिशु मंदिर
आर्मी पब्लिक स्कूल
संस्कृति पब्लिक स्कूल
रैंपस स्कूल