गोरखपुर (ब्यूरो)।तत्पश्चात नेपाल राजपरिवार की ओर से आई खिचड़ी बाबा को चढ़ाई जाती है। इसके बाद मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं। बाबा गोरखनाथ के भक्त परंपराओं के साथ कामनाओं का भोग लगाने पहुंचे। इसके बाद खुशियों के साथ हो रहे खिचड़ी मेले में प्रसाद भी लेंगे। यहां यूपी के लगभग सभी जिलों के साथ बिहार और नेपाल के हजारों श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने के लिए पहुंचे। इस साल दो दिन पहले से ही मंदिर में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। हजारों श्रद्धालु मंदिर और आसपास एरिया में रुके हैं। गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं ने कहा, बाबा गोरखनाथ सभी के हैं। उनकी जय-जयकार से मनोकामना पूर्ण होती है।

खिचड़ी चढ़ाने की त्रेतायुग परंपरा

गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा त्रेतायुग से चली आ रही है। यहां आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है। गोरखनाथ बाबा के प्रति आस्था ऐसी है कि साल दर साल यहां खिचड़ी चढ़ाने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है। खिचड़ी महापर्व को लेकर मंदिर व मेला परिसर सज धजकर तैयार है।

एक माह चलेगा खिचड़ी मेला

गोरखनाथ मंदिर में चलने वाला खिचड़ी मेला करीब एक महीने चलता है। मेला श्रद्धा, मनोरंजन और रोजगार का संगम है। इसमें मजहब की बेडिय़ां भी टूटती नजर आती हैं। मेले में बिना भेदभाव के सबकी रोजी-रोटी के इंतजाम हैं। मेले में रेंजर, रोलिंग, टॉवर, फ्रिजवी झूले भी हैं। इसके अलावा टोराटोरा, ब्रेकडांस, ड्रैगन ज्वाइंट, व्हील, स्लंबो, बड़ी नाव के झूले भी हैं।

सुरक्षा से लेकर सुविधा के इंतजाम

मंदिर व प्रशासन की ओर से खिचड़ी पर्व को लेकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा का पूर्ण इंतजाम किया गया है। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं सीएम योगी खुद सभी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं। मकर संक्रांति पर्व को लेकर मंदिर व मेला परिसर सज धजकर पूरी तरह तैयार है। समूचा मंदिर क्षेत्र सतरंगी रोशनी में नहाया हुआ है। यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुक्रवार शाम से ही प्रारम्भ हो गया है। मंदिर प्रबंधन की तरफ से उनके ठहरने और अन्य सुविधाओं का पूरा इंतजाम किया गया है। प्रशासन की तरफ से रैन बसेरों में भी पूरी व्यवस्था की गई है।

अफसरों ने देखी सुरक्षा व्यवस्था

गोरखनाथ मंदिर मेें होने वाले खिचड़ी मेले के लिए तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रहे। इसके लिए डीएम कृष्णा करुणेश और एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सभी सिक्योरिटी प्वाइंट्स को चेक करने के साथ स्टाफ को आवश्यक निर्देश दिए।

दुकानें गुलजार, खूब हो रही खरीदारी

चूड़ी, आर्टिफिशियल ज्वेलरी व हैंडीक्राफ्ट की दुकान लगाने वाले व्यापारियों ने बताया, यहां बेहतर माहौल तो मिलता ही है। व्यवसाय भी अच्छा होता है। झूलों और खिलौनों की दुकान पर भी भीड़ है। कोई बच्चों के लिए गुडिय़ा ले रह था तो कोई ढोल बजाने वाला बंदर व सीटी वाला हाथी खरीद रहा था। नेपाल से आए परिवार ने भी जमकर खरीदारी की। यहां का झूला व ब्रेक डांस आकर्षण का केंद्र हैं।

हर साल यहां खिचड़ी चढ़ाने के लिए आता हूं। गोरक्षनाथ बाबा में अटूट आस्था है। यहां मांगी गई हर मुराद पूरी हुई है। भोर में खिचड़ी चढ़ाने के बाद मेले का आनंद लेने के बाद वापस घर जाऊंगा।

करन राना, नेपाल

गोरक्षनाथ बाबा के आशीर्वाद से जिंदगी में कोई कठिनाई नहीं है। खिचड़ी के मौके पर हर साल गोरखपुर आता हूं। बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के बाद यहां से लौटता हूं।

सोनू, नेपाल

गोरक्षनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के लिए नेपाल से हर साल आती हूं। बाबा से आज तक मांगी गई हर मुराद पूरी हुई है। भोर में खिचड़ी चढ़ाने के बाद वापस घर जाऊंगी।

संध्या थापा, नेपाल

हर साल गोरक्षनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के लिए एक दिन पहले गोरखपुर आ जाता हूं। बाबा के आशीर्वाद से जिंदगी में तरक्की कर रहा हूं। बाबा को खिचड़ी चढ़ाऊंगा।

प्रदीप कुमार यादव, बिहार