- गोरखपुर परिवहन निगम में 140 ड्राइवर्स की कमी

- बार-बार लग रहा कैंप, नहीं मिल रहे ड्राइवर

- फेस्टिव सीजन में चलने जा रहीं 92 एक्स्ट्रा बसें

GORAKHPUR: रोडवेज की बस में 50-60 पैसेंजर्स का जीवन ड्राइवर के हाथों में होता है। सफर सुहाना हो इसके लिए खास तौर पर लंबी दूरी की रोडवेज बसों में दो ड्राइवरों की ड्यूटी लगाई जाती है। यही वजह है कि लोग सड़कछाप गाडि़यों को छोड़ रोडवेज बसों में ही सफर करते हैं। लेकिन गोरखपुर परिवहन निगम में कई वर्षो से ड्राइवर की कमी है। इसके लिए रोडवेज प्रशासन ने विज्ञापन से लगाए रूरल एरियाज में शिविर भी लगाए। लेकिन इसके बाद भी अभी तक ड्राइवर्स की खोज पूरी नहीं हो पाई है। गोरखपुर परिवहन निगम में मौजूदा समय में 140 ड्राइवरों की कमी है। इस हालत में रोडवेज बस से बेहतर और सुरक्षित सफर पर सवाल उठना जायज है। इस प्रॉब्लम के साथ ही फेस्टिव सीजन में 92 एक्स्ट्रा बसें चलाना भी परिवहन निगम के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।

दिवाली-छठ में चलेंगी स्पेशल बसें

रोडवेज प्रशासन दिवाली और छठ को लेकर 22 अक्टूबर से 2 नवंबर तक स्पेशल बसें चला रहा है। इन स्पेशल बसों के लिए करीब 150 ड्राइवरों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। ड्राइवरों की स्पेशल बसों में ड्यूटी लगने से डेली रूटीन में चलने वाली बसों के संचालन पर असर पड़ेगा।

दस साल से लगा रहे शिविर

140 ड्राइवरों की कमी से जूझ रहे परिवहन निगम ने संविदा पर भर्ती निकाली है। जिसमें शहर से लगाए रूरल एरियाज में बार-बार शिविर लगाए जा रहे हैं लेकिन ड्राइवर नहीं मिल रहे। रोडवेज कर्मचारी ने बताया कि करीब दस साल से ड्राइवरों की भर्ती के लिए शिविर जगह-जगह लगाए जा रहे हैं। लेकिन भर्ती प्रक्रिया किसी के इंट्रेस्ट ना दिखाने की वजह से हर बार ठंडी पड़ जा रही है।

रोडवेज को हो रहा घाटा

ड्राइवर्स की कमी से रोडवेज की सभी बसों का संचालन सही से नहीं हो पा रहा है। इस कारण भी रोडवेज का हर बार लाखों का घाटा हो रहा है। तमाम प्रयास के बाद भी रोडवेज प्रशासन ड्राइवर खोजने में नाकाम रहा है। आरएम डीवी सिंह ने बताया कि संविदा ड्राइवरों को अच्छी सुविधा दी जाती है। ड्राइवर का पांच लाख का मुफ्त बीमा 1.36 पैसे प्रति किमी दिया जाता है। महीने में 22 दिन चलने पर तीन हजार प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। इसके अलावा भी कई अच्छी सुविधाएं और स्कीम का लाभ संविदा ड्राइवरों को दिया जाता है।

डिपो की संख्या- 8

गोरखपुर रीजन में बसों की संख्या- करीब 750

रेग्युलर ड्राइवरों की संख्या- 420

संविदा ड्राइवरों की संख्या- 592

ड्राइवर की कमी-140

वर्जन

ड्राइवरों की कमी काफी दिनों से है जिसे दूर करने के लिए शिविर भी लगाए जा रहे हैं। बहुत जल्द ड्राइवरों की कमी दूर कर ली जाएगी।

- डीवी सिंह, आरएम