गोरखपुर (ब्यूरो)। कमिश्नर संग लेक मैन ऑफ इंडिया आनंद मल्लिगवद, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र मिश्रा मौजूद रहे। मल्लिगवद ने नैसर्गिक झील के प्राकृतिक तरीके से सौंदर्यीकरण के लिए सुझाव दिए। नगर निगम और जलनिगम के उपस्थित अधिकारियों को प्राप्त सुझाव के आधार पर जल्द से जल्द डीपीआर बनाने के निर्देश कमिश्नर ने दिया।

बाहरी टूरिस्ट का होगा स्वागत

दरअसल, गोरखपुर टूरिस्ट हब का रूप ले चुका है। ऐसे में रामगढ़ताल झील का लुत्फ लेने के लिए लोग पहुंच रहे हैैं। चिलुआताल झील को दूसरा टूरिस्ट हब बनाने का सिलसिला भी जारी है। लेकिन धीमी गति से चल रहे कार्य पर कमिश्नर ने इसके निर्माण कार्य में स्पीड बढ़ाने के लिए कमर कस ली है। लेक मैन ऑफ इंडिया आनंद मल्लिगवद ने महेसरा ताल और उसके आस-पास के क्षेत्र में भी विजिट किया। इसे भी नैसर्गिक तरीके से सौंदर्यीकरण करने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। नेपाल एवं महराजगंज से आने वाले गेस्ट के लिए लिए यह जगह मुख्य प्रवेश द्वार भी है। इसलिए इस जगह पर स्थित ताल को नैसर्गिक सुंदरता के साथ विकसित करने के लिए नगर आयुक्त को निर्देश दिया गया।

लिंक एक्सप्रेस व रामजानकी मार्ग में न हो देरी

कमिश्नर ने कैंप कार्यालय पर यूपीडा एवं एनएच अधिकारियो के साथ गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे एवं रामजानकी मार्ग के निर्माण के प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बताया कि 47.5 किलोमीटर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का निर्माण यूपीडा द्वारा किया जा रहा है, जिसमें से 21 किमी। सड़क का काम पूरा कर लिया गया है। बाकी कार्य प्रगति पर है। कमिश्नर ने निर्देशित किया कि दोनों मार्गो का कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा कराया जाए।