सुबह 11 बजे सप्लाई बहाल होने के बाद सेमरा व चरगांवा फीडर हुए बंद

तीन बजे के बाद सामान्य हो सकी सप्लाई, बिजली बिना पानी का खड़ा हुआ संकट

मेडिकल कॉलेज उपकेंद्र की 33 हजार की लाइन पर गुरुवार सुबह चार बजे बिजली गिर गई। इससे आठ इंसुलेटर पंक्चर हो गए। बारिश बंद होने के बाद इंसुलेटर बदलकर सुबह 11 बजे सप्लाई बहाल की गई। इसके तत्काल बाद तकनीकी खराबी के कारण उपकेंद्र से जुडे़ सेमरा और चरगांवा फीडर बंद हो गए। इन इलाकों में दोपहर बाद तीन बजे सप्लाई सामान्य हो सकी। सुबह से बिजली न रहने के कारण हजारों परिवारों के सामने पानी का संकट खडा हो गया।

आठ पोल के इंसुलेटर पंक्चर

बारिश के बीच कई बार बिजली गिरी। सुबह चार बजे अचानक मेडिकल कॉलेज उपकेंद्र की सप्लाई ठप हो गई। बिजली कर्मियों ने पोषण उपकेंद्र के कर्मचारियों से बात की तो पता चला कि वहां से सप्लाई सामान्य है। इसके बाद अफसरों को जानकारी दी गई। बारिश बंद होने के बाद पेट्रोलिंग की गई तो पता चला कि 33 हजार की लाइन पर बिजली गिरने से आठ पोल के इंसुलेटर पंक्चर हो गए हैं।

बारिश में ट्रांसफार्मर फूंका, 14 घंटे सप्लाई ठप

रूस्तमपुर उपकेंद्र से जुडे़ रानीबाग और गोपलापुर में लगा ट्रांसफार्मर गुरुवार सुबह धू-धू कर जल गया। इससे दर्जनों घरों की बिजली सप्लाई ठप हो गई। वहीं, खोराबार उपकेंद्र के भी दो ट्रांसफार्मर जल गए। लोगों ने इसकी जानकारी अभियंताओं के मोबाइल पर दी, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला।