गोरखपुर (ब्यूरो)। मामले की शिकायत के बाद चीफ इंजीनियर ने एसई व एक्सईएन ने मामले की जांच कराकर सात दिन में रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट के बाद संविदा कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

29 को जमा कराई फीस

मोहद्दीपुर बिजली घर एरिया के आरकेबीके शोरुम के बगल में निजी बैंक की नई शाखा खुली है। बैंक प्रबंधन ने अगस्त माह में 15 किलोवाट के कॉमर्शियल कनेक्शन के लिए आवेदन किया। जांच-पड़ताल के बाद क्षेत्र के एसडीओ व जेई ने अपनी रिपोर्ट लगाकर नगरीय वितरण खंड तृतीय के एक्सईएन कार्यालय को भेजी। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद बैंक ने 29 अगस्त को कनेक्शन फीस के मद में 20848 रुपए जमा कर दिए। इसके बाद बैंक शाखा के जिम्मेदार कनेक्शन व मीटर लगने का इंतजार करने लगे। 12 सितंबर को शाखा प्रबंधक ने अभियंताओं से सम्पर्क कर कनेक्शन जोडऩे का अनुरोध किया। अभियंताओं की सलाह पर बैंक के वेंडर ने परीक्षण खंड उपखंडीय कार्यालय में सम्पर्क कर मीटर लगाने का अनुरोध किया।

14 सितंबर को मीटर लगाने पहुंचा

परीक्षण खंड का निजी कर्मचारी 14 सितंबर की शाम 5 बजे मीटर लगाने पहुंचा। उसने कहा कि संविदा कर्मचारियों को भी बुला लीजिए ताकि मीटर लगाने के साथ ही उसकी टेस्टिंग भी हो जाए। वेंडर कबीर खान ने जेई से सम्पर्क कर संविदा कर्मचारियों को कनेक्शन जोडऩे को भेजने का अनुरोध किया। इसके बाद उस वक्त ड्यूटी पर तैनात तीन संविदा कर्मचारी मौके पर पहुंचे। वेंडर कबीर खान ने बताया कि कनेक्शन जोडऩे के बाद संविदा कर्मचारी सुविधा शुल्क मांगने लगे। हमने 500 रुपए दिलवाया। वे दो हजार रुपए की मांग कर रहे थे। बोले कि आप बैंक खाते में पैसा भेज दे अन्यथा अपका कनेक्शन काट देंगे। आधे घंटे बाद ही संविदा कर्मचारियों ने कनेक्शन काट दिया। मकान मालिक ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाकर भेजा। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि कर्मचारी खंभे पर चढ़कर कनेक्शन काट रहे है।

नए कनेक्शन को जोडऩे के बाद दोबारा काट देने का संविदा कर्मचारियों का कृत्य निगम विरोधी है। प्रकरण की जांच कर एसई से रिपोर्ट मांगी है। सभी आरोपी संविदा कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ई। आशु कालिया, चीफ इंजीनियर

मुख्य अभियंता के निर्देश पर जांच कमेटी बना दी है। संविदा कर्मचारियों की निगम विरोधी कार्यप्रणाली की जांच कराकर कार्रवाईकी जाएगी। वायरल वीडियो में संविदा कर्मचारियों का कृत्य निगम की छवि को धूमिल करने वाला है। आरोपी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

- ई.लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर