-स्टूडेंट के लिए तैयार किया गया यूट्यूब चैनल

-एक्सप‌र्ट्स देंगे स्टूडेंट के सवालों का जवाब

-9 सितंबर सुबह 10 बजे स्टार्ट होगी लाइव क्लास

GORAKHPUR: कोरोना काल में बच्चों को वर्चुअल पढ़ाई हो सके इसके लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस 'सीआईएससीई' की ओर से यट्यूब चैनल तैयार किया है। सीआईएससीई बोर्ड स्टूडेंट 9 सितंबर से सुबह 10 बजे से सभी सब्जेक्ट की पढ़ाई कर सकेंगे। काउंसिल के इस लाइव टीचिंग सेशन में वह अपने टीचर्स से सीधे कम्युनिकेशन कर अपनी प्रॉब्लम शेयर कर उसका सॉल्यूशन जान सकेंगे।

पढ़ाई जारी रखने के लिए पहल

काउंसिल की ओर से शुरू की गई इस कवायद को सीआईएससीई वर्चुअल लर्निग सीरिज नाम दिया गया है। कोविड 19 की वजह से मार्च से लॉकडाउन लगने की वजह से सभी स्कूल बंद चल रहे हैं। ऐसे में पढ़ाई का नुकसान ना हो इसके लिए सभी स्कूलों में अप्रैल से ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई थी।

स्टूडेंट को हो रही थी दिक्कत

ऑनलाइन पढ़ाई शुरू होने के बाद पढ़ाई को लेकर स्टूडेंट को कुछ प्रॉब्लम आ रही थी। जिसकी जानकारी काउंसिल तक पहुंची। ये सब देखते हुए काउंसिल ने स्टूडेंट्स के लिए यूट्यूब चैनल शुरू किया।

नौवीं से 12 तक की होगी पढ़ाई

यूट्यूब चैनल पर नौवीं से लगाए 12वीं तक के स्टूडेंट पढ़ाई कर सकेंगे। सीबीएसई के वेबसाइट पर सब्जेक्टवाइज पूरी जानकारी अवेलबल रहेगी।

सारे मेन सब्जेक्ट की होगी पढ़ाई

सेंट पॉल्स स्कूल के एग्जीक्यूटिव प्रिंसिपल अमरीश चंद्रा ने कहा कि आज जहां देशभर के स्कूलों में टेक्नोलॉजी के जरिए पढ़ाई लिखाई कराई जा रही है। वहीं कई ऐसे स्कूल भी हैं जो इस काम एक्सपर्ट नहीं हैं। ऐसे में सीआईएससीई बोर्ड की ये अच्छी पहल है। जिसमें वर्चुअल लर्निग सीरिज के तहत सारे मेन सब्जेक्ट की पढ़ाई होगी।

चलेगा क्वेश्चन आंसर सेशन

लाइव क्लास में क्वेश्चन आंसर सेशन भी चलेगा। स्टूडेंट्स सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स से क्वेश्चन चैट विंडो में जाकर पूछ सकेंगे। चैट विंडो सेशन के खत्म होते ही अपीयर हो जाएगा। सेशन के दौरान काउंसिल एक गूगल लिंक शेयर करेगी। जिसके जरिए स्टूडेंट्स और टीचर्स अपना फीडबैक सेशन के बारे में देंगे। सेशन का पूरा डिटेल्ड प्रोग्राम का दिन और टाइमिंग स्कूलों को भेज दी जाएगी।

वर्जन-

काउंसिल ने रिकॉर्डिग प्लेटफॉर्म छोड़ यूट्यूब की लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए पढ़ना और इस सीरिज का लांच करना पैरेंट्स के मन की बात पूरी करने जैसा है। गूगल फॉर्म के तहत फीडबैक सेशन का इंट्रीगेशन किसी भी एग्जामिनेशन बोर्ड की तरफ से एक नई पहल है।

अमरीश चंद्रा, एग्जीक्यूटिव प्रिंसिपल, सेंट पॉल्स स्कूल