गोरखपुर (ब्यूरो)।ऐसे में पैसेंजर्स के सामने वैक्सीनेशन के सभी विकल्प समाप्त हो गए है। लोग वैक्सीनेशन सेंटर का चक्कर काट रहे हैं, हर जगह वैक्सीन खत्म का मैसेज मिल रहा है, जिसकी वजह से उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।

जिले में तीन महीने से खत्म है वैक्सीन

तीन माह से जिले में वैक्सीन का संकट है। इस दौरान फॉरेन जाने वाले 200 से अधिक लोगों ने हेल्थ डिपार्टमेंट से वैक्सीनेशन के लिए संपर्क किया है, सभी को एक ही जवाब मिल रहा है कि वैक्सीन आएगी तो लगा दी जाएगी। इसके अलावा जिले से 332 लोग हज यात्रा पर जाने वाले हैं। बिना सेकेंड डोज लगवाए कोविन पोर्टल से उनका फ्लाइट के लिए कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट डाउनलोड नहीं हो पाएगा।

सतर्कता डोज का अंतराल घटा

फॉरेन पैसेंजर यह समझ नहीं पा रहे कि वे अपनी यात्रा कैसे करें। इसको लेकर उनके लिए मुसीबत बढ़ी हुई है। बिना प्रिकॉशन डोज लगवाए वे फॉरेन नहीं जा सकते। सरकार ने फॉरेन जाने वालों के लिए सतर्कता डोज लगवाने का अंतराल भी घटा दिया है ताकि उनकी यात्रा प्रभावित न हो। वे सेकेंड डोज लगने के तीन माह पर ही यह डोज लगवा सकते हैं। मगर, जिले में वैक्सीन ही नहीं है, ऐसे में लोगों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोगों के लिए जिला अस्पताल परिसर में इंटरनेशल बूथ भी स्थापित किया गया है लेकिन उसमें ताला बंद है।

सीएमओ ने पत्र लिख वैक्सीन की डिमांड

कोरोना को लेकर एक तरफ जागरुक किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ बचाव के नाम पर जिले के हाथ खाली दिखाई दे रहे हैं। जिले में वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीन न होने के कारण लोगों को बूस्टर डोज नहीं लग पा रही है। सीएमओ पिछले हफ्ते मुख्यालय को पत्र लिख चुके हैं। इसके बावजूद भी वैक्सीन नहीं आई पाई है।

केस 1-बसंतपुर की एक छात्रा को 10 मई के बाद फॉरेन जाना है। उन्हें अभी तक दूसरी डोज भी नहीं लगी है। लेकिन वैक्सीन न होने की वजह से उन्हें हेल्थ डिपार्टमेंट का चक्कर लगाना पड़ रहा है।

केस 2- शाहपुर एरिया के रहने वाले एक व्यक्ति को फॉरेन जाना है। वह कई दिनों से सीएमओ कार्यालय का चक्कर लगा रहा है, लेकिन वैक्सीन नहीं लगने की वजह से उसे दूसरी डोज नहीं लग पा रही है।

वैक्सीन के लिए मांग भेजी जा रही है, लेकिन मिल नहीं पा रही है। काफी दिनों से जिले में कोरोना वैक्सीन खत्म है। इसलिए वैक्सीनेशन सेंटर भी बंद हैं। वैक्सीन के लिए पत्र लिखा गया है।

- डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ