- पत्नी का गला काटकर युवक ने रेता अपना गला

- गोला एरिया के हरपुर की घटना, इलाके में सनसनी

-पति-पत्नी की मौत के बाद दोनों बच्चों का भविष्य अंधेरे में

GORAKHPUR:

शक और शराब के चक्कर में गोला के हरपुर में एक परिवार बर्बाद हो गया। पत्नी का गला काटने के बाद पति ने अपना भी गला रेत लिया। शुक्रवार की दोपहर हुई घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। दोनों की डेड बॉडी कमरे में देखकर सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल में जुट गई। घटना के बारे में आसपास के लोग बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जाने पर अफसोस जाहिर कर रहे थे।

और फैल गया सन्नाटा

हरपुर गांव के बुजुर्ग अनिरुद्ध सिंह के दो बेटे हैं। बड़े वीरेंद्र सिंह उर्फ मंटू सिंह गांव के मकान में रहकर लकड़ी का कारोबार करते थे। 10 दिन पहले उनके पट्टीदारी में किसी का निधन हो गया था। शुक्रवार को पट्टीदारी सभी पुरुष दसवीं में शामिल होने चले गए थे। दोपहर में लौटे तो वीरेंद्र सिंह की बेटी खेल रही थी। बेटी को खैनी लाने के लिए भेज दिया। बेटे को बाइक की चाबी देकर गाड़ी चलाने को कहा। चाबी लेकर बेटा वहां से चला गया। कुछ देर बाद दंपति के बीच झगड़ा शुरू हो गया। दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी होने लगी। हो-हल्ला होने के थोड़ी ही देर बाद कमरे में कमरे में सन्नाटा पसर गया।

बेटी के चीखने पर हुई जानकारी

पिता के लिए खैनी लेकर बेटी कमरे में पहुंची। खून से सने मां-बाप को देखकर उसकी हालत खराब हो गई। चिल्लाते हुए वह कमरे से बाहर निकली। उसकी आवाज सुनकर परिवार के लोग पहुंचे। कमरे में वीरेंद्र और उनकी पत्नी प्रमिला की डेड बॉडी पड़ी हुई थी। बगल में ही खून में डूबा उस्तरा पड़ा हुआ था। लोगों ने अनुमान लगाया कि पत्नी से झगड़े के बाद उसने पहले उसे मार डाला। फिर अपने हाथों से ही गला काटकर अपनी जान दे दी। परिवार के लोगों के शोर मचाने पर गांव के लोग जुट गए। पब्लिक की सूचना पर पुलिस पहुंची।

दोनों के बीच हुआ था संघर्ष

जांच में सामने आया कि पति-पत्नी के बीच काफी संघर्ष हुआ था। कमरे में सामान अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ था। प्रमिला का गला आधा से अधिक कट चुका था। वीरेंद्र के होंठ के नीचे कटने के निशान मिले। गले में गहरा जख्म होने से उसकी जान निकली गई थी। जांच में सामने आया कि पत्नी की हत्या के बाद वीरेंद्र सिंह ने पेट में उस्तरा घोंपने की कोशिश की। लेकिन मोटी शर्ट पहने होने की वजह से कामयाब नहीं हो सका। इससे परेशान होकर उसने अपना गला काट लिया। कमरे के हालात से बता रहे थे कि दोनों के बीच जरूर कोई ऐसी बात थी जिसके बारे में परिवार को जानकारी नहीं थी।

बॉक्स

कलह से अलग रहने लगे भाई

वीरेंद्र के बड़े भाई गजेंद्र सिंह गोला चौराहे पर मकान बनवाकर रहते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वीरेंद्र का अक्सर पत्नी के साथ विवाद होता था। एक साल से वीरेंद्र बीमार चल रहा था। शराब की लत की वजह से उसे डिप्रेशन की शिकायत हो गई थी। हार्ट प्रॉब्लम होने उसका भी उपचार कराया जा रहा था। दोनों के बीच अक्सर विवाद होने से तंग आकर गजेंद्र ने गोला चौराहे पर अपना मकान बनवा लिया था। शुक्रवार को दोनों के बीच कहासुनी होने पर गजेंद्र उसे समझाने भी गए थे। उनके घर से लौटने के एक घंटे बाद ही दोनों की मौत की सूचना मिली।

एक झटके में अनाथ हो गए मासूम

वीरेंद्र सिंह और प्रमिला के दो बच्चे 12 साल का बेटा रुद्रेश और छह साल की लक्ष्मी है। मां-बाप के बीच झगड़े से दो बच्चे चंद मिनटों में अनाथ हो गए। मां-बाप की डेड बॉडी देखकर लक्ष्मी कुछ नहीं समझ पा रही थी। लेकिन बेटे रुद्रेश का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। वह अपने बुजुर्ग बाबा से लिपटकर लगातार रोए जा रहा था। उसके बाबा कभी गांव के लोगों को देखते हुए कभी खुद रो पड़ रहे थे।

वर्जन

पति-पत्नी की डेड बॉडी एक ही कमरे में मिली है। परिवार के अन्य लोगों ने बताया कि वीरेंद्र को नशे की लत थी। इसलिए दोनों के बीच झगड़ा होता रहता था। शुक्रवार को वह अपने भाई को समझाकर लौटा था। पति ने पहले पत्नी को मारा। फिर खुद आत्महत्या कर ली। अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है।

-केशव सिंह, सीओ गोला