गोरखपुर (ब्यूरो).मीटर रीडर बिल बनाते हैं और इस बिल के आधार पर कंज्यूमर्स भुगतान करते हैं। जिन स्थानों पर मीटर रीडर बिना गए बिल बनाते हैं, वहां ज्यादा गड़बड़ी होती है। कभी मीटर रीडर ज्यादा रीडिंग का बिल बना देते हैं तो कभी काफी कम यूनिट फीड कर देते हैं। दोनों स्थितियों में बिल गड़बड़ हो जाता है। इसे ठीक कराने के लिए कंज्यूमर्स को खंड कार्यालय पर जाना पड़ता है।

केस 1-शिपवुर शहबाजगंज की रहने वाले मीना श्रीवास्तव विद्युत कनेक्शन नंबर 3954812000 है, हर महीने मीटर रीडिंग कराने के लिए बहुत परेशान होना पड़ता है। इस महीने भी अभी तक कोई मीटर रीडर रीडिंग लेने नहीं पहुंचा। 70 साल की उम्र हैं, स्वास्थ्य खराब होने की वजह से ज्यादा भागदौड़ नहीं कर पाती। मीटर रीडर का इंतजार करने के बाद वह नहीं आते। सहयोग करें।

केस 2 -राजू सिंह हमारा मीटर 4 जून को बदला गया था। लेकिन अभी तक मीटर नहीं चढ़ाया गया है। जिसकी वजह से बिन नहीं जमा कर पा रहे हैं। साथ ही राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।

कंज्यूमर्स को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। घर बैठक कर बिल बनाने वालों कार्रवाई की जाएगी। गलत बिल को तेजी से ठीक किया जा रहा है। मीटर रीडरों को भी सही बिल बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

- ई। यूसी वर्मा, एसई शहर