गोरखपुर (ब्यूरो)।एम्स के विस्तार के लिए यह फैसला लिया गया है।

एम्स की कार्यकारी डायरेक्टर डॉ। सुरेखा किशोर ने बताया कि एम्स के पास जमीन नहीं है। एयरपोर्ट के बगल में होने के कारण एम्स की बिल्डिंग की ऊंचाई भी पांच मंजिला से ऊपर नहीं की जा सकती है। इसकी वजह से एम्स को काफी दिक्कतें आ रही थीं। इसे लेकर एमएमएमयूटी से जमीन की डिमांड की गई थी, जिस पर एमएमएमयूटी ने 20 एकड़ जमीन देने में सहमति जताई है।

एम्स खोलेगा सेटेलाइट सेंटर

जमीन मिलने के बाद एम्स एमएमएमयूटी में सेटेलाइट सेंटर खोलेगा। इसमें एमएमएमयूटी छात्रों को भी जोड़ा जाएगा, ताकि उन्हें स्वास्थ्य शिक्षा की जानकारी दी जा सके। बताया कि और भी जमीन की तलाश की जा रही है। इसके लिए कमिश्नर से वार्ता की गई है।

एम्स को 50 एकड़ जमीन की दरकार

वहीं, कूड़ाघाट स्थित एम्स करीब 112 एकड़ भूमि में बना है। जहां मरीजों का इलाज और एमएमबीबीएस स्टूडेंट्स को शिक्षा भी दी जा रही है। इसके बावजूद भी एम्स का दायरा काफी छोटा पड़ रहा है। इसके लिए एम्स को अभी भी 50 एकड़ जमीन की जरूरत है। इसमें से 20 एकड़ जमीन पर एमएमएमयूटी ने सहमति दे दी है। अभी भी एम्स को 30 एकड़ और जमीन की जरूरी है।