-डेढ़ गुना लोड बढ़ने से हाफ रहे टॉवर, टूट रहा बातचीत का सिलसिला

GORAKHPUR: बार-बार कॉल कट जाना, अचानक मोबाइल हैंडसेट से इंटरनेट का सिग्नल गुल हो जाना, लॉकडाउन में इन दिनों बड़े पैमाने पर मोबाइल कंज्यूमर इस मुश्किल से दो चार हो रहे हैं। इससे लोगों का जरूरी काम प्रभावित हो रहा है। सबसे ज्यादा मुश्किल वर्क फ्राम होम करने वाले इंप्लाइज को हो रही है। काम के दौरान अचानक इंटरनेट कनेक्टविटी गायब होने से ऑनलाइन काम में व्यवधान आ रहा है। इस समस्या से अर्बन व रूरल एरिया के विभिन्न इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनियों के करीब 35 लाख कंज्यूमर परेशान हैं। डेटा की स्पीड धीमी होने से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। संचार कंपनियों का कहना है कि सभी टावरों पर क्षमता से अधिक लोड आने से नेटवर्क व डेटा की स्पीड का इश्यू है। लॉकडाउन खुलने के बाद इसमें पर्याप्त सुधार हो जाएगा।

1500 मोबाइल टावरों के भरोसे गोरखपुर

दरअसल अर्बन व रूरल एरिया में संचार कंपनियों के 15 सौ मोबाइल टावरों के माध्यम से 35 लाख कंज्यूमर्स को मोबाइल सेवा मिलती है। इनमें से ज्यादातर टावर शेयरिंग है। मसलन एक ही टावर से सभी कंपनियों के नेटवर्क संचालित होते हैं। लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों में है। ऐसे में मोबाइल का इस्तेमाल लोग ज्यादा कर रहे हैं। उनके इस्तेमाल से टावरों पर लोड दो गुना तक बढ़ गया है। यही वजह है कि बातचीत के दौरान नेटवर्क बार-बार फेल होने से कॉल कट जा रही है। इतना ही नहीं कंज्यूमर मोबाइल इंटरनेट के माध्यम से फिल्म देखने व अन्य जरूरी काम कर रहे हैं। ऐसे में डेटा की खपत भी दोगुनी हो गई है।

घरों से मोबाइल पर निपटा रहे काम

बीएसएनएल के सेवानिवृत्त नेटवर्क इंजीनियर एमपी श्रीवास्तव कहते हैं कि लॉकडाउन से सभी कंज्यूमर अपने घरों में है। वे मोबाइल पर ही जरूरी काम निपटा रहे हैं। ऐसे में टावरों पर क्षमता से अधिक लोड पड़ रहा है। यही वजह है कि कॉल कटने, हैंडसेट से सिग्नल गायब होने की समस्या आ रही है। चूंकि सभी कंपनियों ने अपने टावरों की क्षमता निर्धारित कर रखी है। मसलन एक टावर पर एक समय में एक हजार कंज्यूमर जुड़ते हैं। यदि दो से तीन हजार कंज्यूमर एक ही समय में जुड़ेंगे तो नेटवर्क बैठेगा। पहले कंज्यूमर रनिंग होते थे। अब लॉकडाउन के कारण वे स्थिर है। ऐसे में टावरों के ट्रांस रिसीवर कार्ड की क्षमता बढ़ानी होगी। यह स्थित लॉकडाउन होने कर बनी रहेगी।

टावरों की देखभाल प्रभावित

संचार कंपनियों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से टावरों की पर्याप्त देखभाल नहीं हो पा रही है। नेटवर्क प्रभावित होने की एक यह भी वजह है। बीएसएनएल की वायरलेस ब्राड बैंड बीएस-4 की सेवा बिजली कटने से प्रभावित हो रही है। ऐसे में इसके एक हजार कंज्यूमर्स को रोजाना दिक्कत झेलनी पड़ रही है।

-विभिन्न कंपनियों के मोबाइल टावर की संख्या-1500

- कंज्यूमर्स ले रहे मोबाइल सेवाएं--3500000

वर्जन

सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने अपने सभी सिस्टम पर अब तक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में बिजली कटने पर थोड़ी देर के लिए नेटवर्क प्रभावित होता है। लोड के कारण भी स्पीड कम है। ऐसे कंप्लेन डेली आ रहे हैं।

आरएन यादव, डीजीएम बीएसएनएल