गोरखपुर (ब्यूरो)।मुंडेरा बाजार नगर पंचायत का नाम मंत्रालय द्वारा चौरीचौरा करने की घोषणा की जा चुकी है, लेकिन आधिकारिक रूप से अभी तक घोषणा न किये जाने से अभी इस नगर पंचायत का नाम पुराने नाम से ही अस्तित्व में बना हुआ है। यहां की कुछ सड़कें टूट चुकी हैं। खड़ंजे की ईट ऊखड़ कर बिखर चुकी हंै। हर घर पर नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा। कभी सही फोर्स से पानी नहीं मिला तो कभी गंदा पानी सप्लाई में आ गया। इस वजह से नगरवासी सप्लाई का पानी पीने में इस्तेमाल नहीं करते। नगर पंचायत में कई जगह कूड़े का अंबार है। प्रतिनिधि राधेश्याम पाण्डेय ने मतदाताओं का मूड भांपकर मुंडेरा बाजार नपं की जमीनी हकीकत जानी।

समस्याएं, जो बने चुनावी मुद्दे

नगर पंचायत के अलग-अलग वार्डों में सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। जहां खड़ंजा बिछाया गया था। वहां भी चलना दूभर है। मुंडेरा बाजार में लगभग 19 पोखरियां हैं। कुछ पोखरी में कूड़े का अंबार लगा है। इस वजह से उनका अस्तित्व समाप्त होने के कागार पर है। नगर पंचायत की सबसे बड़ी समस्या यहां पर बंदर उत्पात मचाते हैं। इन्हें हटाने की दिशा में काम भी हुआ, लेकिन समस्या जस की तस है। आज भी लोग बंदरों से परेशान हैं।

मुंडेरा बाजार में 16 वार्ड

बुद्ध नगर, अंबेडकर नगर, रविदास नगर, दीनदयाल नगर, शिव नगर, रानी लक्ष्मीबाई नगर, शहीद नगर, महर्षि दयानंद नगर, चंद्रशेखर आजाद नगर, रामनगर, गांधी नगर, अटल नगर, बजरंग नगर, दिव्य नगर, साईं नगर, हनुमंत नगर।

मुंडेरा बाजार का हुआ विस्तार

नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद सन् 1988 में यहां चुनाव हुआ। यहां की जनता ने पांच बार निर्दल प्रत्याशियों जयप्रकाश जायसवाल, ओमप्रकाश जायसवाल, फूलमती देवी, ज्योतिप्रकाश गुप्ता व सुनीता गुप्ता को अपना अध्यक्ष चुना था और एक बार समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बिनोद जायसवाल को अपना अध्यक्ष चुना था। अब नगर पंचायत मुंडेरा बाजार का विस्तार भी हो चुका है, जिनमें भोंपा बाजार, राघोपुर, चौरा, बाल बुजुर्ग, बलखुर्द और भगवानपुर सहित रेलवे स्टेशन, शहीद स्मारक, तहसील व थाना सभी नगर पंचायत में शामिल हो चुके हैं। मुंडेरा बाजार में अध्यक्ष पद के लिए आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। जबकि सदस्य पद पर 110 प्रत्याशियों के बीच जोर आजमाइश होगी।

वार्ड 15 साईं नगर के विजय कुमार गुप्ता ने बताया, हम लोग लाल बंदरों से परेशान हैं। ये बन्दर कभी कपड़े फाड़ दे रहे हैं। कभी बच्चों को काट ले रहे हैं। कई बार प्रशासन को लिखा गया, लेकिन समस्या जस की तस है।

वार्ड 8 महर्षि दयानंद नगर के निर्मल ने बताया, यहां शौचालय की व्यवस्था नही है। जिन लोगों ने अपने घर के अंदर निजी शौचालय नहीं बनाए हैं। वे शौच के लिए बाहर जाते हैं।

वार्ड 4 दीनदयाल नगर के रामाज्ञा प्रसाद ने बताया, यहां दो साल से शौचालय का निर्माण हो रहा है। जो अर्धनिर्मित अवस्था में है। ठेकेदार के भाग जाने के कारण शौचालय का कार्य आज तक पूरा नहीं हो सका है।

वार्ड 4 के जयप्रकाश उपाध्याय ने बताया, यहां लगभग 6 साल से सड़क बनाने की तैयारी चल रही है। लेकिन आज तक नहीं बन पाई। यहां शौचालय बना ही नहीं है। शौचालय के अभाव में शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है।

एक नजर में मतदाता

26,813 कुल मतदाता

14,010 पुरुष मतदाता

12,803 महिला मतदाता