- 15 मिनट में रिजल्ट देगी कोरोना किट

- देश का पहला कोविड रैपिड टेस्टिंग किट, आईसीएमआर से मिला इप्रूवल

- गोरखपुर के बेतियाहाता के रहने वाले हैं नदीम रहमान, दिल्ली में खोली संस्था

GORAKHPUR: कोविड-19 से लड़ने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन की खोज की जा रही है। इंडिया में भी हजारों इसकी चपेट में हैं और मौत का आंकड़ा भी 500 को पार कर चुका है। इंडिया में भी लगातार टेस्टिंग का दौर जारी है, वहीं लोग चीप एंड बेस्ट की तलाश में लगे हुए हैं। इन सबके बीच नोएडा की बायो मेडिकल बेस्ड कंपनी न्यू लाइफ केयर लैबोरेटरी ने कोरोना टेस्ट किट तैयार की है। दावा है कि इस किट के जरिए महज 15 मिनट में व्यक्ति की कोरोना वायरस की जांच हो सकेगी। जल्द ही यह किट बाजार में भी अवेलबल होगा, जिसकी कीमत बहुत ही नॉमिनल होगी। यह कमाल किया है गोरखपुर के लाल डॉ। नदीम रहमान ने, जिन्होंने न सिर्फ देश का पहला किट बनाकर गवर्नमेंट को राहत दी है, बल्कि कंपनी के साथ ही देश में गोरखपुर की भी शान बढ़ाई है।

पहली एंटीबॉडी टेस्ट किट

न्यू लाइफ केयर के चेयरमैन डॉ। नदीम रहमान ने बताया कि उनकी लैब के साथ टेक्निकल टीम काम कर रही है, जिसमें साइंटिस्ट के साथ ही फॉर्मासिस्ट्स, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, बायोकेमिस्ट और बायोटेक्नोलॉजिस्ट के साथ ही गवर्नमेंट ऑफ इंडिया का भरपूर सपोर्ट मिला है। यह इंडिया की पहली एंटीबॉडी टेस्ट किट है, जो कि रैपिड रिजल्ट देगी। उन्होंने बताया कि इसे बनाने का मकसद कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट करना है। इस किट को ऐसा डिजाइन किया गया है कि कोई भी व्यक्ति अपने घर बैठे भी कोरोना का टेस्ट कर सकता है। इसमें खून की एक बूंद किट पर रखनी होगी और रीएजेंट का यूज करना होगा, जिसके कुछ मिनटों बाद ही किट पर रिजल्ट सामने होगा। इसमें लाइन का चेंज ऑफ कलर बताएगा कि व्यक्ति को कोरोना है या नहीं। इसकी रिजल्ट एफिशिएंसी 90 से 95 परसेंट है। डॉ। रहमान ने बताया कि इस किट को आईसीएमआर से अप्रूवल मिलने के बाद महज दो हफ्ते में तैयार कर लिया गया है। डॉ। नदीम ने बताया कि रोजाना बड़ी तादाद में किट तैयार करने की तैयारी है।

बेतियाहाता के रहने वाले नदीम रहमान

न्यू लाइफ के डायरेक्टर नदीम रहमान गोरखपुर के बेतियाहाता के रहने वाले हैं। हनुमान मंदिर के पास इनका मकान है। सेंट पॉल्स स्कूल से बेसिक स्कूलिंग करने के बाद हायर स्टडीज के लिए नदीम ने 1990-91 में अलीगढ़ की राह पकड़ी और वहां एएमयू से अपनी स्टडी कंप्लीट की। इनके पिता लेट गय्यूरुर रहमान गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्टर थे। पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद डॉ। नदीम गोरखपुर आए और काम शुरु किया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली का रुख किया और वहां बायोटेक इंडस्ट्री में दो साल काम किया। जब उन्हें जॉब नहीं भाई, तो उन्होंने खुद का बिजनेस स्टेब्लिश करने की ठानी और 1997 में न्यू लाइफ की नींव रखी। उन्होंने वहीं दिल्ली के साकेत में किराए का घर ले लिया। काफी मेहनत और लगन के साथ वह लगातार आगे बढ़ते रहे और इस लॉकडाउन के दौरान जब देश संकट के दौर से गुजर रहा है, तो उसमें उन्होंने इस रैपिड किट का बड़ा मरहम दिया है। इसको एनआईवी से अप्रूवल मिलने के बाद आईसीएमआर से हरी झंडी भी मिल चुकी है, जिसके बाद उन्होंने इसकी मैन्युफैक्रिंग भी शुरू कर दी है। जल्द ही यह किट मार्केट में होगी।

यूपीसीएम का भी मिला सपोर्ट

डॉ। नदीम रहमान ने बताया कि किट की कंप्लीट प्रॉसेस में गवर्नमेंट का भरपूर सहयोग मिला। चीन से आने वाली किट में देर को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहल की। इसमें प्रिंसिपल सेक्रेटरी नवनीत सहगल की भी अहम भूमिका रही। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से अनुमति मिलने के बाद प्रदेश में ही दो एमएसएमई इकाइयों से रैपिड टेस्ट किट तैयार करवाने की सीएम ने परमिशन दी। जिसमें न्यू लाइफ शामिल है।

हाईलाइट्स

- एबी चेक नॉवेल कोरोना वायरस की रैपिड टेस्टिंग किट है।

- यह कॉस्ट इफेक्टिव किट है।

- आरटी-पीसीआर किट में लगता है दो दिन का वक्त

- पैथोलॉजी के प्रेशर को कम करने में मिलेगा मदद

- टेंपर प्रूफ है किट की पैकिंग

- किट में कैसेट के साथ टेस्टिंग रीएजेंट भी मौजूद

- कैसेट में एक ड्रॉप ब्लड और 3 ड्रॉप रीएजेंट डालने के 15 मिनट बाद रिजल्ट होगा सामने