गोरखपुर (ब्यूरो).बता दें, हिंदी बाजार में स्थित राजकीय महिला शरणालय में महिला सहवासिनियों की संख्या क्षमता से अधिक है। ऐसे में सहवासिनियों को रहने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। शासन के आदेश पर इन सहवासिनियों को रहने के लिए नवीन भवन बनाए जाने का प्रस्ताव पास हो चुका है। साथ ही पहली किस्त भी एक करोड़ रुपए राजकीय महिला शरणालय बनाए जाने के लिए निर्देशालय महिला कल्याण विभाग की तरफ से जिला प्रोबेशन कार्यालय को प्राप्त हो चुका है।

साल भीतर बनाए जाने का निर्देश

बता दें, हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निराश्रितों के लिए सुविधा में इजाफा करते हुए प्रदेश में नए महिला शरणालय एवं बालगृह बनाने का फैसला किया है। तो वहीं गोरखपुर में एकीकृत आश्रय गृह बनाए जाने हैैं। इसके लिए साल के भीतर बनाए जाने का निर्देश जारी किया गया है। इस आदेश के आने के बाद जिला प्रशासन की तरफ से जमीन तलाशने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, ताकि इसका लाभ आश्रय गृह में ठहरने वालों को लाभ मिल सकेगा। यह आश्रय गृह गोरखपुर के साथ-साथ अयोध्या, वाराणसी, लखनऊ व अमेठी में बनाए जाएंगे।

क्षमता बढऩे से मिलेगी सहूलियत

जिला प्रोबेशन कार्यालय के डीपीओ सरबजीत सिंह ने बताया कि गोरखपुर में संचालित गृहों में कुल 315 क्षमता वाले आश्रय गृह हैैं। जबकि कुल 371 महिलाएं व बच्चे रह रहे हैैं। ऐसे में इनके लिए रहने, खाने की दिक्कतें होती हैैं। वहीं जिला प्रोबेशन के सामने भी चैलेंजेज बढ़ जाते हैैं, लेकिन नए आश्रय गृह बनने से काफी सहूलियत मिलेगी। महिलाओं और बच्चों को दी जाने वाली सारी सुविधाओं में दोनों वक्त का भोजन, रहने के लिए संसाधन, बच्चों के पढऩे के लिए पठन-पाठन की सामग्री आदि की सुविधाओं में इजाफा हो सकेगा।

संस्था का नाम - स्वीकृत क्षमता - वर्तमान में आवासित बच्चे व महिलाएं

राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) - 50 - 129 बच्चे व 54 महिलाएं

राजकीय महिला शरणालय - 75 - 47 महिलाए व 5 बच्चे

प्रतिक्षा बालिका आश्रय गृह - 25 - 28

स्नेहालय खुला आश्रय गृह - 25 - 19

एशियन सहयोगी संस्था - 40 - 16

प्रोविडेंस होम (शिशु) - 25 - 26

प्रोविडेंस होम (बालिका गृह ) - 50 - 15

आसरा विशेष स्कूल - 25 - 22