-कोरोना का गिरा ग्राफ, बीआरडी व पैनेसिया हॉस्पिटल छोड़ 13 हॉस्पिटल कोविड वार्ड से मुक्त

GORAKHPUR: गोरखपुराइट्स के लिए गुड न्यूज है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीकाकरण शुरू है। अब तक 13,268 हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन हो चुका है। वहीं, कोरोना के मरीजों के लिए बने प्राइवेट हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड भी मुक्त हो गए हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज और पेनेसिया प्राइवेट हॉस्पिटल को छोड़ अब किसी भी प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल में कोरोना के एक्टिव मरीज का इलाज नहीं हो रहा है। इन हॉस्पिटल में सामान्य मरीजों के इलाज भी शुरू कर दिए गए हैं।

27 अप्रैल को आया था पहला केस

गोरखपुर में कोरोना का सबसे पहला केस 27 अप्रैल को आया था। पहला मरीज उरूवां थाना क्षेत्र के हाटा बुजुर्ग के रहने वाले 59 वर्षीय पुरुष थे, जो दिल्ली से एंबुलेंस के जरिए गोरखपुर आए थे। दो महीने के लंबे इलाज के बाद वह जिंदगी से हार गए। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 500 बेड वाले कोविड वार्ड में महज 12 मरीज ही गंभीर रूप से एडमिट हैं। इसके अलावा 76 मरीज होम आईसोलेशन में हैं। कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए जहां 15 हॉस्पिटल में 1227 बेड को कोविड वार्ड के रूप में बनाया गया। वहीं अब कोरोना के संक्रमण कम होने के बाद से बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 150 बेड का कोविड वार्ड पिछले तीन दिन से खाली है। जबकि 500 शैया युक्त बाल रोग चिकित्सालय संस्थान में बनाए गए 350 बेड के वेंटीलेटर युक्त हॉस्पिटल में महज 12 मरीज ही शेष रह गए हैं। यह मरीज भी जल्द स्वस्थ हो जाएंगे।

पहले की तरह चलेगी ओपीडी

अक्सर विवादों से घिरी रहने वाली बीआरडी मेडिकल कॉलेज व डॉक्टर की टीम ने कोरोना पैंडेमिक में न सिर्फ गोरखपुर जिले के मरीजों को अकेले संभाला। बल्कि बस्ती, देवरिया, महाराजगंज, कुशीनगर, गोपालगंज आदि शहरों के मरीजों का भी इलाज किया। क्रानिक डिजीज वाले मरीजों के इलाज में पूरी टीम लगी रही। वहीं स्वस्थ होने के बाद उन्हें सम्मान के साथ घर भी भेजा। नेहरू अस्पताल के सीएमएस डॉ। अशोक कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि कोविड वार्ड होने के चलते अभी ओपीडी में मरीज देखे जा रहे हैं। व्हाटसअप के जरिए एप्वाइंटमेंट दिए जा रहे हैं। फिलहाल 250 मरीज ओपीडी में देखे जा रहे हैं। जबकि, सीरियस मरीज का इमरजेंसी के पर्चे पर इलाज किया जा रहा है। बहुत जल्द पहले की तरह बीआरडी में ओपीडी शुरू कर दी जाएगी।

इन हॉस्पिटल में बना था कोरोना वार्ड

हॉस्पिटल बेड

पैनेसियिा हॉस्पिटल 75

टीबी अस्पताल 90

जिला अस्पताल 23

रेलवे हॉस्पिटल 150

स्पोटर्स कॉलेज 150

बीआरडी मेडिकल कॉलेज 500

आर्यन हॉस्पिटल 10

बॉम्बे हॉस्पिटल 04

रक्षित हॉस्पिटल 80

राजवंशी हॉस्पिटल 10

न्यू उदय हॉस्पिटल 20

दुर्गावती हॉस्पिटल 20

फातिमा हॉस्पिटल 25

गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय 50

शाही ग्लोबल हॉस्पिटल 20

कुल हॉस्पिटल- 15 -1227

फैक्ट फीगर

कुल हॉस्पिटल में (जिसमें कोरोना मरीजों का इलाज हुआ) - 15

कुल बेड की संख्या - 1227

अब तक गोरखपुर में कोरोना से हुई मौत - 357

अब तक कोरोना से जीत चुके जंग - 20938

अब तक गोरखपुर में कोरोना के कुल केस - 21383

वर्तमान में चल रहे कोरोना मरीजों के इलाज की संख्या - 88

वर्जन

कोरोना मरीजों का दिन प्रतिदिन ग्राफ कम होता गया, इसलिए जिन प्राइवेट हॉस्पिटल को कोविड वार्ड के रूप में इस्तेमाल किया गया। उन्हें अब सामान्य हॉस्पिटल के रूप में छोड़ दिया गया। कोरोना के मरीज नहीं होने के कारण दो से तीन सरकारी हास्पिटल में कुछ मरीज बच गए हैं। वे भी जल्द कोरोना वार्ड से मुक्त हो जाएंगे।

डॉ। सुधाकर प्रसाद पांडेय, सीएमओ

वर्जन

कोरोना के जो सीरियस मरीज हैं। वे ही भर्ती हैं। बहुत जल्द वे भी स्वस्थ हो जाएंगे। 150 बेड वाला कोविड वार्ड कोरोना वार्ड से मुक्त हो गया है। बहुत जल्द 350 बेड वाला भी कोविड वार्ड मुक्त हो जाएगा। कोशिश है कि जल्द से जल्द ओपीडी स्टार्ट कर दी जाए।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज