- जिम्मेदारों की उदासीनता से परेशान डीडीयूजीयू के एनएसएस वालंटियर्स

- नहीं आया बजट, कॉलेज समेत यूनिवर्सिटी के चक्कर लगाने को मजबूर स्टूडेंट्स

GORAKHPUR: हाथों में अवेयरनेस मैसेज लिखी तख्ती लिए जोरदार नारे लगाते डीडीयूजीयू व एफिलिएटेड कॉलेजेज के एनएसएस वॉलंटियर्स किसी भी मोहल्ले या सड़क पर नजर आ जाएंगे। लेकिन पब्लिक को अवेयर करने में पूरी एनर्जी झोंक देने वाले इन वॉलंटियर्स को एक वक्त का नाश्ता भी नसीब नहीं हो पाता। जबकि नाश्ते के नाम पर लाखों रुपए का बजट डीडीयूजीयू एनएसएस को-ऑर्डिनेटर के पास आता है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम ये कि वॉलंटियर्स के लिए न तो खाने-पीने का इंतजाम है और न ही उन्हें किसी प्रकार की कोई सुविधा मुहैया कराई जाती है। चाहे यूनिवर्सिटी की एनएसएस ईकाई में शामिल वॉलंटियर्स हों या फिर कॉलेज के वॉलंटियर्स, उन्हें मुफ्त के अवेयरनेस कैंपेन में शामिल कराकर यूनिवर्सिटी एनएसएस को-ऑर्डिनेटर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि बजट के लिए कॉलेजेज के प्रोग्राम ऑफिसर्स ने कई बार डिमांड भी की लेकिन को-ऑर्डिनेटर का उदासीन रवैया बदस्तूर जारी है।

कैंपेन जारी, बजट का पता नहीं

बता दें, डीडीयूजीयू से एफिलिएटेड 323 कॉलेजेज हैं। मैक्सिमम कॉलेजेज के एनएसएस वॉलंटियर्स अवेयरनेस कैंपेन में अपना योगदान देते हैं। लेकिन इनके नाम पर आने वाला बजट नहीं मिलने से वॉलंटियर्स समेत कॉलेजेज के प्रोग्राम ऑफिसर परेशान हैं। जबकि इन दिनों सभी कॉलेजेज में अवेयरनेस कैंपेन चल रहा है। डीवीएनपी कॉलेज में अवेयरनेस कैंपेन का मंगलवार को समापन हुआ जबकि इंदिरा गांधी ग‌र्ल्स कॉलेज में अवेयरनेस कैंपेन चल रहा है। लेकिन अभी तक वॉलंटियर्स के नाम पर मिलने वाला बजट कॉलेज को नहीं मिला है। जिसके चलते वॉलंटियर्स को नाश्ता तक नहीं मिल पा रहा है।

को-ऑर्डिनेटर रो रहे बजट का रोना

कॉलेजेज के प्रोग्राम ऑफिसर भी डीडीयूजीयू एनएसएस को-ऑर्डिनेटर डॉ। केशव सिंह से कई बार बजट की डिमांड कर चुके हैं, लेकिन वे बजट का रोना रोकर पल्ला झाड़ लेते हैं। उनका कहना है कि डीडीयूजीयू एनएसएस के पास सेशन 2018-19 का करीब 15 लाख से ऊपर का बजट अभी तक नहीं आया है। वहीं सेशन 2019-20 का कुछ ही बजट मिला है। वहीं, उन्हें अभी तक इस बात की भी जानकारी नहीं है कि यूनिवर्सिटी 11 इकाई छोड़ कॉलेजेज में एनएसएस के कितने इकाई, कितने वॉलंटियर्सऔर कितने का बजट है। इसका पूरा डाटा तैयार करने में उन्हें एक हफ्ते का टाइम लगेगा। जबकि उनके पास कॉलेजेज में प्रोग्राम कराने का निर्देश पहले ही मिल गया था।

डीडीयूजीयू से एफिलिएटेड कॉलेज

राजकीय कॉलेज - 7

एडेड कॉलेज - 21

सेल्फ फाइनेंस कॉलेज - 295

कुल कॉलेज - 323

कोट्स

हमारे कॉलेज में कुल एनएसएस वॉलंटियर्स 300 हैं। बजट नहीं आया है। सेशन 2018-19 व 2019-2020 का बजट नहीं आया है। कॉलेज प्रबंधन की मदद से अवेयरनेस कैंपेन चलाया जा रहा है। कैंप में स्टूडेंट्स को खिलाने-पिलाने में बहुत दिक्कत आ रही है।

डॉ। रेखा श्रीवास्तव, प्रोग्राम ऑफिसर, एनएसएस, सीआरडी ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज

हमारे कॉलेज में 200 वॉलंटियर्स हैं। कॉलेज से लोन लिया है। जब बजट आएगा तब कालेज को पेमेंट करेंगे। इसके अलावा अपनी जेब से भी लगाती रही हूं। अगर बजट नहीं मिलेगा तो एनएसएस की इकाई बंद कर दी जाएगी।

- डॉ। पूनम श्रीवास्तव, प्रोग्राम ऑफिसर, सरस्वती विद्या मंदिर महिला पीजी कॉलेज

वर्जन

पिछले सेशन का बजट नहीं आया है। इस बार का कुछ बजट आ रहा है। दिक्कत है जिसे दूर कराया जाएगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी व शासन को भी अवगत कराया गया है।

- डॉ। केशव सिंह, को-ऑर्डिनेटर, डीडीयूजीयू एनएसएस