-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की खबर का लिया संज्ञान, 17 तारीख को पीसीपीएनडीटी की बुलाई मीटिंग

-योजना की प्रगति के बारे में अफसरों से लेगी जानकारी

GORAKHPUR: कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सरकार की मुखबिर योजना को लेकर स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग ने 17 फरवरी को पीसीपीएनडीटी सलाहकार समिति की मीटिंग बुलाई हैं। इसमें मुखबिर योजना पर चर्चा की जाएगी। इसके तहत योजना की प्रगति के साथ अल्ट्रासांउड सेंटर्स, पैथॉलोजी, एक्स-रे सेंटर्स पर कार्रवाई की जानकारी ली जाएगी।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 11 फरवरी के अंक में 'नहीं मिल रहे मुखबिर, बढ़ रहे केस' शीर्षक से खबर को प्रकाशित किया था। सीएमओ डॉ। रवींद्र कुमार ने खबर का संज्ञान लेते हुए पीसीपीएनडीटी सलाहकार समिति की 17 फरवरी को बैठक बुलाई है। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए दो माह से स्वास्थ्य विभाग वॉलंटियर की तलाश कर रहा है, लेकिन आज तक उनके हाथ एक भी मुखबिर नहीं आया हैं और न ही अफसर पब्लिक को जागरूक कर रहे हैं। हालांकि, योजना को सफल बनाने के लिए दो माह पहले डीएम कैंप कार्यालय में मीटिंग हुई थी। जिसमें मुखबिर योजना पर चर्चा की गई थी। समिति के समक्ष 13 नवीनीकरण और सात नए पंजीकरण की पत्रावलियां रखी गई थी। स्वास्थ्य विभाग अब वॉलंटियर की तलाश के लिए कमर कस ली है।

ये है योजना

इस योजना के तहत राज्य या केंद्र सरकार की सेवाओं में कार्यरत व्यक्ति या प्रेग्नेंट लेडी को मिथ्या ग्राहक या सहायक के तौर पर चुना जाता है। मिथ्या ग्राहक बनने वाली प्रेग्नेंट लेडी को शपथ पत्र देना होता है। मुखबिर मिथ्या ग्राहक या सहायक बनने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। ये लोग उन अल्ट्रासाउंड सेंटर्स और नर्सिग होम्स की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें।