- एप के जरिए पढ़ाई कर रहे मकतब में पढ़ने वाले बच्चे

- ऑडियो और सोशल नेटवर्किग प्लेटफॉर्म के जरिए कुरआन का दर्स

GORAKHPUR: लॉकडाउन में मकतब में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई मुश्किल हो रही है। खासतौर पर कुरआन को हिफ्ज करने वालों को अपना सबक याद करने और रवानी बनाए रखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल के बच्चे तो किसी तरह अपनी पढ़ाई कर ले रहे हैं, लेकिन दीनी तालीम हासिल करने वाले बच्चों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अब मकतब को चलाने वाले लोगों ने भी डिजिटल राह अपनाने की पहल शुरू कर दी है। यहां बच्चों को अब ऑनलाइन के साथ ही ऑडियो और सोशल प्लेटफॉर्म के जरिए कुरआन का दर्स दिया जा रहा है। इसकी पहल भी हो चुकी है और इस फैसिलिटी को अपनाने वाले मकतबों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है।

नौ मकतबों में चल रही पढ़ाई

गोरखपुर के विभिन्न एरियाज में बने इन मकतबों ने डिजिटल राह अपना ली है। इसके जरिए न सिर्फ बच्चों के सबक को सुन रहे हैं, बल्कि उनकी गलतियां भी सुधार रहे हैं। इतना ही नहीं मकतब में पढ़ने वाले बच्चे अब रेग्युलर हो गए हैं और लगातार वह आगे बढ़ रहे हैं। गोरखपुर में अब तक नौ मकतब हैं, जो इस डिजिटल रास्ते को अपना चुके हैं। इसमें करीब 300 से 400 बच्चे तालीम हासिल करने में लगे हुए हैं। जहां ज्यादा बच्चों का ग्रुप जूम एप के जरिए शाम में पढ़ाई कर रहा है, तो वहीं ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग, कॉल और वीडियो कॉल के जरिए भी पढ़ाई कराई जा रही है।

हाफिज लोगों को ज्यादा फायदा

गोरखपुर के मकातिबों की इस पहल का सबसे ज्यादा फायदा हाफिजे कुरआन को हो रहा है। ऐसा इसलिए कि माह-ए-रमजान आ रहा है और इस दौरान तरावीह की नमाज पढ़ाने का जिम्मा इन्हीं हाफिजे कुरआन को है, ऐसे में एक हुरूफ भी भूलना नहीं है। इसकी तैयारी रहे और कोई गलती भी न हो, इसको देखते हुए यह हाफिज व्हाट्सएप और मोबाइल के जरिए ही अपना याद किया कुरआन अपने उस्ताद को सुना रहे हैं, जिससे कि उन्हें उनका सबक याद रहे और तरावीह पढ़ने में किसी तरह की प्रॉब्लम सामने न आए।

यहां पर चल रही है क्लास

मस्जिद रसूलपुर चौराहा

मस्जिद रसूलपुर छावनी

दीनियात मकतब मस्जिद सुल्तानखां तुर्कमानपुर

मस्जिद अंसार नौरंगाबाद

दर्सगाह इस्लामी, हुमायूंपुर

मस्जिद अबु बाजार उंचवा

दीनियात मकतब मिर्जापुर

दीनियात मकतब बनकटीचक

दीनियात मकतब मस्जिद अबु बकर सिद्दीक, पुराना गोरखपुर

कोट्स

गोरखपुर के करीब 9 मदरसों में 400 से ज्यादा बच्चे ऑनलाइन घर बैठे तालीम हासिल कर रहे हैं। और नए मदरसों को भी इस सिस्टम से जोड़ने की कोशिश की जा रही है।

- मौलाना सलाउद्दीन

आम दिनों में बच्चे मकतब में आकर पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन में उनकी पढ़ाई छूटी हुई थी। ऐसे बच्चों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जोड़कर उनकी पढ़ाई कराई जा रही है।

- मोहम्मद मुनीर, इमाम