गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके चालू करने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अभी फिलहाल पुराने 100 बेड वाले बाल रोग विभाग में पेशेंट्स को भर्ती किया जा रहा है। जल्द ही वार्ड शिफ्ट हो जाएगा। इसके बाद इमरजेंसी और बच्चों को भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

एनआईसीयू से लेकर पीआईसीयू तक के इंतजाम

मिली जानकारी के अनुसार 500 बेड के बाल रोग संस्थान में नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट एनआईसीयू ओर पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट पीआईसीयू के भी बेड बनाए गए हैं। इसमें ऑक्सीजन से लेकर अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। मेडिकल प्रशासन के मुताबिक 100 बेड वाले बाल रोग विभाग को जल्द ही शिफ्ट कर दिया जाएगा। अभी फिलहाल ओपीडी शुरू हो गई हैं। अब बच्चों का इलाज और ऑपरेशन भी संभव होगा। इसके अलावा गंभीर रूप से बीमार बच्चों का भी इलाज हो जाएगा।

15 मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर

बाल रोग संस्थान में कुल 15 मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर हैं। पीडियाट्रिक सर्जरी यूनिट के हिस्से में कम से कम दो से तीन मॉडयूलर ओटी आएंगे। जल्द ही संस्थान में पहुंचाने वाले बच्चों की सर्जरी आसन हो जाएगी। पेशेंट्स के साथ अटेडेंट्स को प्रॉब्लम नहीं हो सकेगी।

ये डॉक्टर का रहे ओपीडी

शासन की ओर से डॉ। जितेंद्र कुमार सिंह, डॉ। आनंद कृष्ण दीक्षित, डॉ। श्यामेंद्र प्रताप शर्मा ओर डॉ। उमेश बहादुर सिंह पीडियाट्रिक सर्जर तैनात है। साथ ही पीजी के करीब 45 डॉक्टर भी सेवा दे रहे हैं।

मंगलवार को ओपीडी में देखे गए बच्चे 212

मेडिकल कॉलेज के 500 बेड बाल रोग संस्थान में शुरू हुई ओपीडी में मंगलवार को 212 बच्चों को देखा गया। विशेषज्ञों के अनुसार अभी ओपीडी चालू की गई हैं। जल्द ही इमरजेंसी और पेशेंट्स को भर्ती किया जाएगा।

मेडिकल कॉलेज 500 बेड बाल रोग संस्थान में डॉक्टर तैनात हो चुके हैं ओपीडी भी शुरू कर दी गई है। जल्द ही इमरजेंसी और भर्ती करने की सेवाएं बहाल हो जाएगा। ताकि पेशेंट्स को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सके।

- डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज