दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी कार्यक्रम में आज सीनियर फीजिशियन देंगे सुझाव

GORAKHPURÑ

नोबल कोरोना वायरस इस समय वैश्रि्वक संक्रमण का रूप ले चुका है। सोशल डिस्टेंसिंग से संक्रमण को नियंत्रित व जोखिम वाले श्रेणी में आने वाले बुजुर्गो को संक्रमण से बचाया जा सकता है। अब तक गोरखपुर में एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिला है। यह सिलसिला तभी तक जारी रह पाएगा जब हम प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के आह्वान व दिशा-निर्देशों का अनुपालन करेंगे। घोषित लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करें। ताकि सामुदायिक संक्रमण न फैल सकें। यह बात दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी में जिला अस्पताल के सीनियर फीजिशियन व कोरोना प्रभारी डॉ। राजेश कुमार ने कही। कार्यक्रम का टेलीकास्ट सुबह 10 बजे रेडियो सिटी 91.9 एफएम पर होगा। जिसे सुनना आप न भूलें।

डॉ। राजेश कुमार ने बताया कि हमारी जागरुकता ही इस वैश्रि्वक महामारी से परिवार, समाज व देश को बचा सकती है। जिम्मेदार नागरिक की तरह देशहित में हमें अनुशासित व्यवहार दिखाना चाहिए। कोरोना संक्रमित व्यक्ति को बुखार, सुखी खांसी, सीने में दर्द व सांस फूलने जैसी समस्या हो सकती है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने पर वायरस ड्रापलेट के रूप में अगल-बगल के लोगों को संक्रमित करता है। वायरस कपड़े पर शरीर के उजागर हिस्से पर भी कई घंटों तक रहकर संक्रमित करने की क्षमता रखता है। इसलिए हर दो तीन घंटे पर साबुन से हाथ धोते रहें। सेनिटाइजर का भी प्रयोग कर सकते हैं। बाहर जब भी निकलें बिना मास्क पहने न निकलें। यदि मास्क न हो तो गमछा या रूमाल का भी प्रयोग कर सकते हैं। बाजार जाएं तो सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतुलित पौष्टिक आहार लें। हरी सब्जियां व फल खूब लें। मानिसक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक सोच रखें। योगाभ्यास करें। आम तौर पर कोरोना संक्रमित मरीजों में 80 प्रतिशत में माइल्ड लक्षण मिलते हैं। 15 प्रतिशत में गंभीर बीमारी होती है और शेष 5 प्रतिशत जानलेवा हो सकती हैं। अब तक के रिसर्च के बाद यह तथ्य सामने आया है कि जो लोग उम्रदराज हैं। जिन्हें शुगर, बीपी, दिल की बीमारी, गुर्दे का रोग पहले से है। उनमें कोरोना के संक्त्रमण से गंभीर बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अपने नियमित दवाओं का सेवन करते रहें। अपने डॉक्टर के कांटैक्ट में रहें।