- एसएसपी की कार्रवाई हो जाती बेअसर, नहीं सुधरते मातहत

- नए कप्तान का निर्देश, पब्लिक से अभद्रता नहीं होगी क्षम्य

जिले के नए एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने कहा कि जनता की उम्मीद पर खरा उतरना पहली प्राथमिकता है। कार्यभार संभालने के बाद से वह लगातार पब्लिक के हित में कार्य करने के लिए पुलिस कर्मचारियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। शनिवार को एसएसपी को आनसेट हुए। सभी एडिशनल एसपी, सीओ, एसएचओ, एसओ और चौकी प्रभारियों, मुंशी और दीवान सहित अन्य लोगों ने अपने कप्तान को सेट पर सुना। कप्तान ने साफ कहा कि सभी पुलिस कर्मचारी आम पब्लिक से मर्यादित भाषा का प्रयोग करें। किसी से अभद्रता की शिकायत किसी भी दशा में क्षम्य नहीं होगी। अमूमन हर एसएसपी का यह प्रयास होता है कि पुलिस की छवि को बेहतर बनाते हुए पब्लिक के बीच काम किया जाए। कुछ पुलिस कर्मचारियों की हरकतों से उनके एसएसपी की मंशा पर पानी फिर जाता है। पूर्व एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता के कार्यकाल में पब्लिक से खराब व्यवहार, अनुशासनहीनता के मामले में करीब तीन सौ पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई।

प्राथमिकता दोहरा रहे कप्तान

जिले के एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने है कि सभी पुलिस कर्मचारी, आम पब्लिक से मर्यादित भाषा का प्रयोग करें। उनके साथ ठीक से व्यवहार करें। किसी से भी अभद्रता किसी भी दशा में क्षम्य नहीं होगी। पुलिस लाइन में क्राइम मीटिंग के दौरान भी एसएसपी यह बात कह चुके हैं। सेट पर भी उन्होंने अपनी प्राथमिकता दोहराई। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, महामारी अधिनियम और धारा 188 का ब्यौरा समय से उपलब्ध कराने को कहा। यह भी निर्देश दिया कि बाइक और फोर व्हीलर पर एमवी एक्ट के तहत निर्धारित शुल्क पर ही चालान किया जाए। किसी भी व्यक्ति को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा। इस संबंध में अक्सर शिकायतें मिलती हैं। एसओ, चौकी इंचार्ज और हल्का प्रभारियों से कप्तान ने कहा कि क्षेत्र के लुटेरों, चोरों, नकबजनों और एचएस की लिस्ट बनाकर उनका वेरिफिकेशन करें। एसएसपी ने यह भी दोहराया कि पब्लिक के लिए बेहतर कार्य करना है।

खराब काम से होती बदनामी

कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिस ने अच्छा काम किया है। क्राइम कंट्रोल करने के साथ-साथ पुलिस ने पब्लिक के बीच राशन, दवा और जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाने में मदद की। संक्रमण की परवाह किए बिना पुलिस कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं। पुलिस कर्मचारियों के इस कार्य से उनकी अच्छी छवि बनी हुई है। लेकिन हाल के दिनों में हुई पुलिस कर्मचारियों के खराब व्यवहार कारण सीनियर पुलिस अधिकारियों की भद पिटी। पूर्व एसएसपी डॉ सुनील गुप्ता के कार्यकाल में पुलिस कर्मचारियों के कार्य व्यवहार को परखने के लिए एक गाइड लाइन तैयार की गई थी। गाइड लाइन का पालन न होने पर एसएसपी ने कार्रवाई की गाज भी लापरवाह पुलिस कर्मचारियों पर गिराई। पुलिस महकमे से जुड़े लोगों का कहना है कि हर एसएसपी की अपनी वर्किंग स्टाइल होती है। लेकिन सबका उद्देश्य होता है कि पब्लिक को हर हाल में राहत मिले।

इस आधार पर होती थी कार्रवाई

थानों और चौकियों से एसएसपी के पास पहुंचने वाली शिकायतें

रुपए के लिए झूठी शिकायत पर भी किसी को उठाकर थाना पर बैठाना

किसी मामले की शिकायत पर फरियादी से रुपए मांगना, आरोपित से वसूली

फरियादियों से ठीक से बात नहीं करना, बदसलूकी से पेश आने की शिकायतें

पुलिस के रौब में राह चलते लोगों को प्रताडि़त करने और लाभ लेने के आरोप

सीनियर अफसरों के निर्देश के बावजूद कार्रवाई न करना, पीडि़तों को प्रताडि़त करना

अनुशासनहीनता और कर्मचारियों से खराब तरीके से पेश आने की शिकायत

जुलाई अंत में इनके खिलाफ हुई कार्रवाई

बेलघाट के कुरी बाजार चौकी पर तैनात एसआई कृष्ण कुमार सिंह लाइन हाजिर

चौरीचोरा के सोनबरसा चौकी पर तैनात एसआई विशाल कुमार शुक्ला लाइन हाजिर

बेलघाट में तैनात एसआई जितेंद्र कुमार और गगहा में तैनात गजेंद्र बहादुर लाइन हाजिर

बेलघाट में तैनात हेड कांस्टेबल शाहिद खा और कांस्टेबल सुधाकर यादव सस्पेंड किए गए

कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखकर लोगों को सुरक्षा का अहसास कराना, पीडि़त की समस्याओं का समाधान करना पुलिस का सबसे अहम और मूलभूत काम है। इस काम को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ किया जाएगा। सभी पुलिस कर्मचारी, आम पब्लिक से मर्यादित भाषा का प्रयोग करें। उनके साथ ठीक से व्यवहार करें। किसी से भी अभद्रता किसी भी दशा में क्षम्य नहीं होगी।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी