गोरखपुर (ब्यूरो)। साथ ही आए दिन बॉर्डर पर नेपाल और इंडिया पुलिस, सेना के जवानों की मीटिंग होती है। दोनों देश अपने यहां के इनामी बदमाशों की लिस्ट एक दूसरे को सौंपते हैं। फिर दोनों देश फरार बदमाशों को पकड़वाने में एक दूसरे की मदद करते हैं। गोरखपुर पुलिस अब विनोद उपाध्याय को पकडऩे के लिए भी नेपाल पुलिस की मदद लेगी।

चार माह से फरार है माफिया

माफिया विनोद उपाध्याय चार माह से क्राइम ब्रांच के साथ एसटीएफ टीम को छका रहा। उसके खिलाफ 24 मई को गुलरिहा थाने में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फ्रॉड करने और रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज किया गया था। ये बता दें कि अपर पुलिस महानिदेशक जोन अखिल कुमार ने शनिवार को पहले से घोषित 50 हजार रुपए की इनामी राशि बढ़ाकर एक लाख कर दी है।

प्रदेश के 61 माफिया में शामिल है विनोद

अयोध्या जिले के मया बाजार स्थित उपाध्याय का पुरवा निवासी विनोद उपाध्याय का नाम जिले के टाप-10 और प्रदेश के 61 माफिया की सूची में शामिल है। शाहपुर के रेल विहार, गोरखनाथ के धर्मशाला बाजार में भी उसका मकान है। ये बता देें कि 24 मई को गुलरिहा थाने में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने, रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज होने के बाद से माफिया विनोद उपाध्याय की तलाश में थाने की पुलिस, क्राइम ब्रांच लगी है।

फॉर्म हाउस और भाई के घर चला बुलडोजर

माफिया को पकडऩे के लिए पुलिस तमाम प्रेशर बनाए लेकिन विनोद उपाध्याय अभी तक सामने नहीं आया। जबकि इससे पहले अजीत शाही, सुधीर सिंह और राकेश यादव पर पुलिस ने प्रेशर बनाया था तो यह सभी माफिया कोर्ट में सरेंडर कर जेल चले गए। जबकि विनोद को पकडऩे के लिए पुलिस ने करीबियों को हिरासत में लिया, गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने बिना मानचित्र के बने माफिया विनोद उपाध्याय के फार्म हाउस और भाई संजय के घर पर बुलडोजर चलाया, लेकिन इसके बाद भी वह दबाव में नहीं आया। हां ये जरूर है कि माफिया के भाई संजय ने हाल ही में कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।

जोन के 11 जिलों में दूसरा बड़ा इनामी विनोद

राघवेंद्र के बाद जोन का दूसरा सबसे बड़ा इनामी माफिया विनोद उपाध्याय गोरखपुर जोन के 11 जिलों में दूसरा सबसे बड़ा इनामी हो गया है। चार लोगों की हत्या करने वाला झंगहा के सुगहा गांव के राघवेंद्र यादव पर 2.50 लाख रुपये का इनाम घोषित है। वर्ष 2016 से ही राघवेंद्र फरार चल रहा है।