गोरखपुर (ब्यूरो)। अभी तक पत्थरबाजी की घटनाओं में पुलिस को बैकफुट पर आकर इधर-उधर छिपना पड़ता था। फुल बॉडी प्रोटेक्टर पहनकर पथराव के बीच भी पुलिस के कदम पीछे नहीं हटेंगे। वो पथराव में भी आगे बढ़ते रहेंगे। प्रोटेस्ट के दौरान ईंटों, कंक्रीट, एसिड बल्ब, साइकिल की चैन आदि पुलिस पर बवालियों द्वारा फेंके जाते हैं। ऐसी घटनाओं के दौरान ज्यादातर सुरक्षा कर्मियों को चेहरे, गर्दन या पैरों में मारा जाता है।
बॉडी प्रोटेक्टर की खूबी
बॉडी प्रोटेक्टर में छाती के लिए प्रोटेक्टर्स, कंधे के लिए पैड, ऊपरी भुजा गार्ड, कोहनी और अग्रदूत गार्ड, ग्रोइन और शिन गार्ड होंगे। इस पूरे प्रोटेक्टर का वजन करीब 6 किग्रा है।
हर जिले में बनाई गई स्पेशल टीम
यूपी के हर जिले में दंगों और पत्थरबाजी करने वाले उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों की एक स्पेशल टीम बनाई गई है, जिन्हें ट्रेंड कर बॉडी प्रोटेक्टर इक्विपमेंट दिया गया है।
अब दौड़ाकर पकड़ लेंगे पत्थरबाज
एडीजी अखिल कुमार की पहल पर गोरखपुर जोन के 11 जिलों में पत्थरबाजों से निपटने के लिए स्पेशल पुलिस टीम बनाई गई है। पहले पुलिस को हंगामा होने पर आंसू गैस छोडऩा पड़ता और खुद भी पत्थरबाजी कर पत्थरबाजों को पीछे धकेलना पड़ता था, जिसमें बहुत से पुलिस कर्मी घायल भी हो जाते थे। अब पुलिस पत्थरबाजी के बीच जाकर पत्थरबाजों को पकड़कर सबक सीखा सकेगी।
गोरखपुर जोन के 470 पुलिसकर्मी बॉडी प्रोटेक्टर से लैस
देवरिया 38
कुशीनगर 38
गोरखपुर 50
महराजगंज 38
बस्ती 68
संतकबीरनगर 38
सिद्धार्थनगर 38
गोंडा 38
बहराइच 48
बलरामपुर 38
श्रावस्ती 38
पत्थरबाजों से निपटने के लिए स्पेशल पुलिस टीम बनाई गई है, जिन्हें सुरक्षा के लिए फुल बॉडी प्रोटेक्टर प्रोवाइड कराया गया है। शुक्रवार को जोन के सभी 11 जिलों में स्पेशल पुलिस टीम सुरक्षा कवच पहनकर ड््यूटी करने पहुंची। पत्थरबाजी का फुल बॉडी प्रोटेक्टर पर कोई असर नहीं होगा।
अखिल कुमार, एडीजी जोन