- पोस्ट कोविड मरीजों का रिकवरी रेट चिकनगुनिया और डेंगू के मरीजों की अपेक्षा कम

- हड्डी कमजोर होने व सांस के रोगियों की समस्या ज्यादा

GORAKHPUR:

कोरोना की सेकंड वेव अब कमजोर पड़ चुकी है। सेकंड वेव में कइयों ने कोरोना को हराया, पर संक्रमण का गहरा असर इन कोरोना चैंपियन की बॉडी में हुआ है। आलम यह है कि जिला अस्पताल में बनाए गए पोस्ट कोविड सेंटर में बीते डेढ़ महीने में 1375 से ज्यादा मरीजों का इलाज किया जा चुका है। इनमें सबसे ज्यादा हड्डियां कमजोर होने व लंग्स प्रभावित होने के मामले सामने आए हैं। इनका इलाज करने वाले डॉक्टर्स ने पाया है कि इनका रिकवरी रेट चिकनगुनिया और डेंगू के मरीजों की अपेक्षा काफी कम है। काफी पेशेंट्स ऐसे हैं जिनकी हड्डियों में बोन मैरो बनने और कैल्शियम की मात्रा बेहद कम होने की शिकायतें हैं। ऐसे में इन्हें प्रॉपर दवा के साथ-साथ फिजियोथेरेपिस्ट की मदद से एक्सरसाइज के लिए एडवाइज दी जा रही है।

सेहत के प्रति हैं संजीदा

कोरोना वायरस से जंग जीत चुके लोगों के जिला अस्पताल में इलाज के लिए आने का सिलसिला जारी है। ये वह लोग हैं, जो अपनी सेहत के प्रति संजीदा हैं और लगातार डॉक्टर के संपर्क में हैं, बावजूद इसके दवा लेने के बाद भी वे अभी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो सके हैं। ऐसे में डॉक्टर में खासतौर पर ऑर्थोपेडिक्स व फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका अहम हो गई है। चेस्ट स्पेशलिस्ट के पास भी पोस्ट कोविड वालें मरीज लगातार आ रहे हैं। प्रतिदिन 35-40 मरीजों में 20-22 मरीज सिर्फ ऑथोपेडिक्स और फिजियोथेरेपिस्ट के होते हैं, जबकि 12-15 मरीज सांस संबंधी रोगों के आ रहे हैं।

कई मरीजों में दर्द की शिकायत

जिला अस्पताल के ऑर्थो विभाग के एचओडी डॉ। राकेश कुमार ने बताया, कोरोना संक्रमण से रिकवर होने के बाद भी मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीमारी को मात देने के बाद कई मरीजों को जोड़ों में दर्द की शिकायत आ रही है। उन्होंने बताया कि मांसपेशियों में दर्द अक्सर मांसपेशियों में सूजन के कारण होता है। कोरोना वायरस अन्य वायरस की तरह मांसपेशियों के ऊतकों की सूजन का कारण बनता है, जिससे जोड़ों में दर्द रहता है। डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के जोड़ों में जिस तरह का दर्द रहता है। ठीक उसी तरह का दर्द इस वायरस से संक्रमित हुए मरीजों में देखा जा रहा है। कुछ मरीजों को यह दर्द तीन हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक भी रह सकता है।

क्या है सॉल्यूशन -

- जिला अस्पताल के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ। रविंद्र ओझा ने बताया कि एक्सरसाइज से मांसपेशियों की जकड़न को कम किया जा सकता है।

- आइसिंग, रोलिंग, लाइट स्ट्रेचिंग, मसल्स की मालिश, और हल्की एरोबिक एक्सरसाइज इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए बेस्ट है।

- दर्द से राहत पाना है तो बॉडी को हाइड्रेट रखें। पानी ज्यादा पीएं। जूस और नारियल पानी का सेवन करें।

- गर्म पानी से मसल्स की सेकाई करें।

- गर्म पानी से रोज जरूर नहाएं।

- अपनी डाइट का बेहद ख्याल रखें।

- डाइट में प्रोटीन का सेवन अधिक करे।

- वर्क लोड कम लें। कोरोना से रिकवर होने के बाद कुछ समय के लिए आराम करें। खुद को मशीन नहीं बनाएं।

- कुछ समय के लिए वॉक जरूर करें। हैवी एक्सरसाइज करने से परहेज करें।

वर्जन

पोस्ट कोविड के लिए बनाए सेंटर में मरीजों के आने का सिलसिला जारी है। इसके लिए जो डॉक्टर्स की टीम है, वह उनका प्रॉपर वे में इलाज कर रही है। इनमें सबसे ज्यादा ऑर्थो के केसेज ज्यादा हैं।

- डॉ। एसी श्रीवास्तव, एसआईसी, जिला अस्पताल