गोरखपुर (ब्यूरो).आरएम पीके तिवारी डग्गामार बसों के संचालन की सूचना पर रेलवे बस स्टेशन मंगलवार रात 9 बजे के करीब पहुंचे थे। बस स्टेशन के सामने डग्गामार बस खड़ी करके यात्रियों को बैठाया जा रहा था। वे अपने चालक को लेकर डग्गामार बस की जांच करने पहुंचे, तभी डग्गामार बस के चालक ने उनकी तरफ बस को बढ़ा दिया। बस से बचने के चक्कर में आरएम व उनके चालक गिर गए और बस के चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। अभी वे उठते और कुछ समझ पाते कि डग्गामार बस को लेकर चालक भाग निकला।

आरएम के चालक ने दर्ज कराई एफआईआर

रेलवे बस स्टेशन के सामने परिवहन निगम के आरएम के गाड़ी में टक्कर मारने के मामले में कैंट पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरएम के चालक धर्मेंद्र राय की तहरीर पर मानव जीवन को संकट में डालने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रभारी निरीक्षक शशिभूषण राय ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही।

रेलवे स्टेशन पर डग्गामार का कब्जा

ताज्जुब करने वाली बात है कि जिस स्टेशन पर आप बाइक नहीं खड़ी कर सकते हैं। बाइक खड़ी करते ही उसे चालान कर दिया जाता है। वहां पर डेली डग्गामार बसों का रेला लगा रहता है। यूनिवर्सिटी चौराहे के पास और रेलवे स्टेशन के बाहर डग्गामार वाहनों की कतार हमेशा दिखाई देगी। बताया जा रहा है कि डग्गामार वाहन चालक बहुत ही पहुंच वाले होते हैं, बकायदा इनकी हर जगह अच्छी सेटिंग होती है। जिससे खुलेआम रोडवेज के आस-पास बसें खड़ी कर सवारी भरते हैं।

कैमरे भी देखकर बंद कर लेते आंख

यूनिवर्सिटी चौक और ट्रैफिक कार्यालय दोनों ही जगहों पर बकायदा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। आईटीएमएस से बैठकर कर्मचारी चालान काटते हैं, लेकिन इन चौराहों से गुजरने वाली डग्गामार बसों को कभी चालान नहीं कटता है।

कैंट थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। बार-बार डग्गामार बसों की लिस्ट प्रशासन और आरटीओ दी जाती है। इसके बाद भी डग्गामार बसों के संचालन में कोई कमी नहीं आई है। अब तो ये जान से मारने की कोशिश भी करने लगे हैं।

- पीके तिवारी, आरएम