गोरखपुर ब्यूरो। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सात शिक्षकों का एक दिन के रुके हुए वेतन के आदेश को भी स्थगित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि सभी संबंधित टीचर्स से अपेक्षा की जाती है कि वो पूर्ण सत्यनिष्ठा और कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगें तथा यूनिवर्सिटी की परिनियमावली में निहित आचार संहिता का अनुपालन करेंगें।

प्रो। कमलेश आज करेंगे सत्याग्रह

प्रो। कमलेश गुप्त बुधवार को सत्या3ग्रह करेंगे। 3 फरवरी को उन्होंने कहा था कि जांच समिति के सम्मान में वे 8 फरवरी तक अपना सत्याग्रह स्थगित कर रहे हैं। उसी क्रम में वे 9 फरवरी को 3:30 से 4:30 बजे तक एडी बिल्डिंग स्थित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष सत्याग्रह करेंगे। डीडीयू एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से उनका निलंबन जांच समिति की अंतिम रिपोर्ट आने तक रद होने व प्रोफेसरों के एक दिन का वेतन काटे जाने का आदेश स्थगित होने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसे किसी निर्णय की औपचारिक सूचना उन्हें नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा निलंबन व मित्रों की वेतन कटौती मेरे सत्याग्रह का मुद्दा नहीं था। मैं वीसी को उनके पद से हटाए जाने और उनके कार्यकाल में हुए आय-व्यय की जांच की मांग को लेकर सत्याग्रह कर रहा हूं। मंगलवार को शाम 4:37 बजे तक मैं अधिष्ठाता कला संकाय के कार्यालय में मौजूद था। तब तक ऐसी कोई सूचना मुझे प्राप्त नहीं हुई थी। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के नए आदेश के संबंध में वे बुधवार को शिक्षक संघर्ष समिति से बात करेंगे। जैसा दिशा-निर्देश मिलेगा, उसके अनुसार आगे के लिए निर्णय लेंगे। लेकिन बुधवार को वे सत्याग्रह करेंगे।

वीसी से मिला गुआक्टा का प्रतिनिधिमंडल

गुआक्टा के अध्यक्ष डॉ। केडी तिवारी व महामंत्री डॉ। धीरेन्द्र सिंह ने मंगलवार को वीसी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रो। कमलेश का निलंबन वापस लेने, सात प्रोफेसरों के एक दिन की वेतन कटौती का आदेश वापस लेने और सम्पूर्णानंद मल्ल का आमरण अनशन समाप्त कराए जाने का आग्रह किया। वीसी ने उन्हें आश्वासन दिया कि विवि एडमिनिस्ट्रेशन इन मामलों को लेकर गंभीर है। इसके लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस दौरान गुआक्टा ने इस बात पर नाराजगी जताई कि जिन मुद्दों पर पूर्व में सहमति बन गई है, उनकी प्रगति की रफ्तार बहुत धीमी है। वीसी ने आश्वासन दिया कि अधिकांश फाइलों का निपटारा कर दिया गया है।

13वें दिन सम्पूर्णानंद ने स्थगित किया आमरण अनशन

डीडीयू के वीसी प्रो। राजेश सिंह को उनके पद से हटाने व अन्य मांगों को लेकर आमरण अनशन कर रहे पूर्व संविदा शिक्षक डॉ। सम्पूर्णानंद मल्ल ने 13वें दिन अपना आमरण अनशन स्थगित कर दिया। एडमिनिस्ट्रेशन की पहल, यूनिवर्सिटी शिक्षकों एवं गुआक्टा की अपील पर सम्पूर्णानंद ने आमरण अनशन स्थगित किया है। एडीएम सिटी के नेतृत्व में एसडीएम न्यायिक, सीएमओ ने जिला अस्पताल में भर्ती सम्पूर्णानंद मल्ल से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने प्रो। कमलेश गुप्त का निलंबन निरस्त कर दिया है। सातों शिक्षकों के एक दिन का वेतन काटने का आदेश भी स्थगित कर दिया गया है। दो प्रमुख मांगें मान ली गई हैं। जिन प्री पीएचडी स्टूडेंट्स पर केस दर्ज हुआ है, उनके परीक्षा सम्बंधी अधिकारों पर भी सकारात्मक संदेश मिला है। सभी मांगों पर बिंदुवार चर्चा के बाद एडीएम सिटी, एसडीएम व डीडीयू के पूर्व शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो। चितरंजन मिश्र ने सम्पूर्णानंद को जूस पिलाकर आमरण अनशन स्थगित कराया। सम्पूर्णानंद ने कहा कि वे अपने आंदोलन को एक महीने के लिए स्थगित कर रहे हैं। प्रो। उमेश नाथ त्रिपाठी, प्रो। अजेय गुप्ता, प्रो। कमलेश गुप्त व दिग्विजय मौर्य, डॉ। दुर्गा प्रसाद यादव, डॉ। प्रमोद शुक्ल आदि ने भी उनसे आमरण अनशन समाप्त करने की अपील की थी।