गोरखपुर (ब्यूरो).दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम सोमवार को एसएसपी के दफ्तर पर पहुंची। हमेशा की तरह ही एसएसपी ऑफिस में भीड़ नजर आई। एक फरियादी अपने हाथ में कागज लिए एसएसपी के कमरे में घुसने की कोशिश करने लगा। तभी गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उससे पूछा कि फोटो बनवाया कि नहीं, ये सुनकर वो अपने जेब से फोटो निकालने लगा। तब उसे बताया गया कि बगल के कमरे में फरियादियों की डिटेल नोट कर उनकी फोटो खींची जा रही है। इसके बाद एक फोटो युक्त पर्ची जारी होगी। जिसके बनने के बाद एसएसपी से मुलाकात हो रही है।

फोटो और पर्ची देख संतुष्ट नजर आए फरियादी

वहीं पहली ऐसी व्यवस्था देख फरियादी थोड़ा असमंजस में जरूर थे। लेकिन उन्हें फोटो युक्त पर्ची मिल रही थी, इससे वो काफी संतुष्ट थे। उन्हें ऐसा लग रहा था कि अब शायद उन्हें इंसाफ मिल जाए।

क्या है पर्ची का उद्देश्य?

एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने बताया कि फोटो युक्त पर्ची बनवाने का उद्देश्य ये है कि कोई भी किसी और के नाम पर कम्प्लेन लेटर देकर ना निकल जाए। कम्प्लेन करने वाले की फोटो रहेगी तो ऐसे मामले बिल्कुल भी नहीं आएंगे। उन्होंने बताया कि पर्ची के लिए पूरा नया सेटअप तैयार किया गया है। जहां पर कुछ लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी फरियादी से उसका थाना और उसकी कम्प्लेन नोट कर उसकी तुरंत फोटो खींचेगा। इसके बाद फरियादी के कम्प्लेन लेटर के साथ उसे अटैच कर मेरे पास भेजा जाता है।

फरियादियों का डेटा सुरक्षित

एसएसपी ने बताया कि हर फरियादी की बात सुनी जानी चाहिए। उसके मामले का निस्तारण हुआ कि नहीं इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए। सॉफ्टवेयर में सभी फरियादियों का डेटा सुरक्षित रहता है। इससे किस थाने से कितनी शिकायत आ रही है, इसका भी पता चलता है। कोई फरियादी कितनी बार आया इसका भी पता चलता है।

क्राइम मीटिंग में दिखाएंगे आइना

एसएसपी ने बताया कि क्राइम मीटिंग में फरियादियों की डिटेल उनके संबंधित थानेदारों के सामने पेश की जाएगी। थानेदारों को दिखाया जाएगा कि आखिर क्या कारण है कि फरियादियों को वो लोग संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं। किसी भी हाल में फरियादियों के साथ लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मैं कई बार से कम्प्लेन लेकर आ रही हूं। इस बार तो मेरी फोटो भी खींची गई और उसके साथ एक पर्ची भी मिली है। अब मेरे पास अपने आने का सबूत भी रहेगा। नए कप्तान से उम्मीद है कि वे इंसाफ करेंगे।

कलावती देवी, बांसगांव

मुझे तो पता ही नहीं थी, यहां आने पर अब पर्ची बनवानी पड़ रही है। फोटो वाली पर्ची मुझे मिली है। मेरे एरिया में एक गैंग छेड़छाड़ और रेप में फंसाकर पैसे ऐंठता है, उसकी शिकायत करने आया हूं।

खालिद, कैंपियरगंज

फोटो युक्त पर्ची बनाकर नई व्यवस्था लागू की गई है। एक महीने बाद पता चलेगा कि इसका कितना असर हुआ। मैं खुद भी अचानक कभी भी किसी फरियादी को कॉल कर उसके कम्प्लेन का स्टेटस भी पूछ रहा हूं। फरियादियों के कम्प्लेन के निस्तारण में तेजी लाई जाएगी।

- डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी