गोरखपुर (ब्यूरो).शहर में बड़ी संख्या में होटल, मॉल, कॉम्प्लेक्स, रेस्टोरेंट और अपार्टमेंट के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी नहीं है। इतना ही नहीं विभाग को पर्यटन डिपार्टमेंट से भी होटल, मैरिज हाल आदि की लिस्ट तक नहीं मिली है। इससे शहर में खुले होटलों में ठहरने वाले लोगों की जान जोखिम में है। ऊंची-ऊंची बनी इमारतों के पास न तो अग्निशमन विभाग की एनओसी है और न किसी भी स्थान पर पर्याप्त संसाधन है। खानापूर्ति के लिए हर साल जाकर इन सभी जगहों पर जांच करके खानापूर्ति जरूर कर लेते हैं। यही नहीं शहर के सबसे व्यस्त क्षेत्र रेलवे स्टेशन से लेकर शहर के अंदर कई होटल बनाए गए हैं। इन सभी जगहों पर अग्निकांड की घटनाएं होने पर फायर विभाग की गाडिय़ों को इन स्थानों तक पहुंचने में नाको चने चबाने पड़ेंगे। घंटाघर के चार पहिया ठीक तरीके से नहीं पहुुंच सकता है। ऐसे में यहां बनाए गई बड़ी इमारतों में कई बार आग लगने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जिसमें विभाग को आग बुझाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा था।

4 दिन में 100 जांच, 20 को नोटिस

गोरखपुर फायर सेफ्टी डिपार्टमेंट ने चार दिन में 100 होटल, मॉल, कॉप्लेक्स की जांच की, जिसमें से 20 प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किए गए हैं। किन प्रतिष्ठानों को नोटिस दिए गए और खामियां क्या मिलीं? इसका जवाब देने से अफसर बच रहे हैं।

जांच में कई जगहों पर फायर सिस्टम क्रियाशील नहीं पाए गए। अभी तक 100 जगहों की जांच की गई हैं। इसमें 20 को नोटिस दी गई है। किसे नोटिस दी और क्या खामी मिली? इसकी जानकारी हम साझा नहीं कर सकते। हम एडीएम को रिपोर्ट दे रहे हैं।

बृजमोहन सिंह, अग्निशमन अधिकारी